भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने हाल ही में कहा है कि भारत संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद का स्थायी सदस्य बनने का एक मजबूत दावेदार है। भारत न केवल सबसे बड़ा लोकतंत्र है, बल्कि पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था, परमाणु शक्ति संपन्न, प्रौद्योगिकी केंद्र और वैश्विक संपर्क की परंपरा वाले देश के रूप में सुरक्षा परिषद का स्थायी सदस्य बनने का एक मजबूत दावेदार है।
भारतीय विदेश मंत्री ने ‘सऊदी गजट’ समाचार पत्र को दिए एक साक्षात्कार में यह बात कही। एस जयशंकर हाल ही में सऊदी अरब की तीन दिवसीय यात्रा पर रहे और उन्होंने सऊदी अरब के युवराज मोहम्मद बिन सलमान से मुलाकात की और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तरफ से एक लिखित संदेश भी उन्हें सौंपा। साथ ही उन्होंने युवराज को द्विपक्षीय संबंधों में हुई प्रगति से अवगत कराया।
विदेश मंत्री ने साफ तौर पर यूएन के लिए भारत के महत्व को उजागर करते हुए कहा कि भारत काफी समय से सुरक्षा परिषद में सुधार के प्रयासों में सबसे आगे रहा है और परिषद का स्थायी सदस्य बनने का हकदार है।
उन्होंने कहा कि सुरक्षा परिषद मौजूदा समय में 21वीं सदी की भू-राजनीतिक वास्तविकताओं का प्रतिनिधित्व नहीं करती है। जयशंकर ने कहा कि सुरक्षा परिषद में सुधार की आवश्यकता पर व्यापक वैश्विक सहमति है, खासकर इसलिए क्योंकि यह निकाय दुनिया की वास्तविकताओं को प्रतिबिंबित नहीं करता।उन्होंने कहा कि सुरक्षा परिषद का विस्तार न केवल भारत बल्कि अन्य गैर-प्रतिनिधित्व वाले क्षेत्रों के भी पक्ष में है।