(शाश्वत तिवारी) । केंद्रीय विदेश मंत्री डॉo एस जयशंकर ने भारत-यूएई संयुक्त आयोग की 14वीं बैठक (जेसीएम) के लिए गुरुवार को अबू धाबी में यूएई के विदेश मंत्री शेख अब्दुल्ला बीन जायद अल नाहयान से मुलाकात की। संयुक्त बैठक के दौरान दोनों मंत्रियों ने भारत के यूनाइटेड पेमेंट इंटरफेस (यूपीआई) के माध्यम से किसी भी देश में तत्काल भुगतान प्लेटफार्मों को जोड़ने की संभावना की समीक्षा की।
संयुक्त अरब अमीरात के विदेश मंत्रालय और अंतर्राष्ट्रीय सहयोग और भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद (आईसीसीआर) के बीच एक और समझौता।
मंत्रियों ने संयुक्त अरब अमीरात में एक भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) की स्थापना पर हुई प्रगति की समीक्षा की। बैठक के दौरान डॉo जयशंकर और शेख अब्दुल्ला बिन जायद अल नाहयान ने 2027 के भीतर द्विपक्षीय व्यापार के 100 अरब डॉलर के लक्ष्य को प्राप्त करने की प्रतिबद्धता दोहराई। उन्होंने भारत में संयुक्त अरब अमीरात द्वारा किए गए निवेश की बढ़ती संख्या का भी आकलन किया। उन्होंने दोनों नेताओं द्वारा अपनाए गए विजन स्टेटमेंट में पहचाने गए द्विपक्षीय सहयोग के विभिन्न तत्वों में हुई प्रगति की भी समीक्षा की।
दोनों मंत्रियों ने अक्षय ऊर्जा और हरित हाइड्रोजन को लेकर भी चर्चा की। उन्होंने I2U2 ढांचे सहित खाद्य सुरक्षा, स्वास्थ्य देखभाल और शिक्षा सहयोग के क्षेत्रों में चल रही चर्चाओं की भी समीक्षा की। इससे पहले भारत और संयुक्त अरब अमीरात की टीमों ने स्वास्थ्य क्षेत्र में संयुक्त परियोजनाओं के अवसरों की पहचान करने के लिए केन्या और तंजानिया की यात्रा की।
14वीं भारत-यूएई संयुक्त आयोग की बैठक (जेसीएम) के दौरान मंत्रियों ने दो समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर किए।
भारत के वन्यजीव संस्थान और ग्रेट इंडियन बस्टर्ड और लेसर फ्लोरिकन के संरक्षण के लिए हौबारा संरक्षण के लिए अंतर्राष्ट्रीय कोष के बीच एक समझौता ज्ञापन पर दोनों मंत्रियों द्वारा हस्ताक्षर किए गए। भारत-यूएई सांस्कृतिक परिषद फोरम की स्थापना पर संयुक्त अरब अमीरात के विदेश मंत्रालय और अंतर्राष्ट्रीय सहयोग और भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद (आईसीसीआर) के बीच एक और समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए।
दोनों मंत्रियों ने इस साल मई में ऐतिहासिक व्यापक आर्थिक भागीदारी समझौते (सीईपीए) की शुरुआत पर प्रसन्नता व्यक्त की और 2022 में संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में विभिन्न बहुपक्षीय मंचों और अंतरराष्ट्रीय संगठनों में भारत और संयुक्त अरब अमीरात के बीच बढ़ती नजदीकियों की भी सराहना की।