- पूर्व की सपा सरकार पर सीएम योगी ने साधा सीधा निशाना
- सरयू (घाघरा) नदी पर कम्हरिया घाट पुल का लोकार्पण किया सीएम योगी ने
- फोरलेन के एक और पल निर्माण की मुख्यमंत्री ने की घोषणा
गोरखपुर, 18 अगस्त। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पूर्व की सपा सरकार पर विकास कार्य बाधित करने को लेकर सीधा निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि वो (समाजवादी पार्टी) लोगों को बांटते थे इसलिए गोरखपुर के दक्षिणांचल में कम्हरिया घाट पर पुल का विरोध करते थे। हम सब को जोड़ते हैं इसलिए इस घाट पर सेतु बनवाकर दे दिया। सीएम योगी ने यह भी घोषणा की कि इस पल की सौगात देने के साथ सरकार फोरलेन का दूसरा पुल भी बनाने जा रही है।
सीएम योगी गुरुवार दोपहर बाद सरयू (घाघरा) नदी के कम्हरिया घाट पर बने करीब डेढ़ किलोमीटर लंबे पुल का लोकार्पण करने के बाद यहां आयोजित समारोह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि जिस समय कम्हरिया घाट पर पुल की मांग को लेकर आंदोलन हो रहा था, उस समय संसद चल रही थी। सरयू मैया की कृपा से तब एक बड़ी घटना होने से बच पाई थी। आंदोलन को दबाने के लिए तत्कालीन सपा सरकार ने तमाम अत्याचार किए। तब इस मुद्दे को उन्होंने देश की संसद में उठाया था, देश के सामने इस तथ्य को रखा था कि विकास से कोसों दूर गोरखपुर के दक्षिणांचल के लिए इस पुल का निर्माण अपरिहार्य है। सीएम ने कहा कि कम्हरिया घाट पर सेतु बन जाने से प्रयागराज, अंबेडकरनगर आजमगढ़ आदि जनपदों की दूरी बहुत सीमित हो जाएगी। बेलघाट, सिकरीगंज और आसपास का यह क्षेत्र गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे के साथ भी जुड़कर अब विकास संग कदमताल करेगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि यह दक्षिणांचल विकास से भले ही कोसों दूर रहा लेकिन सांस्कृतिक रूप से यह बेहद समृद्ध क्षेत्र है। क्षेत्र में पड़ने वाले रामजानकी मार्ग को पूर्व की सरकारों ने भुला दिया था। हमारी सरकार जनकपुर से अयोध्या तक को जोड़ रही है और इनके बीच यह दक्षिणांचल क्षेत्र भी बेहद महत्वपूर्ण है।
पराली व गोबर से भी पैसा कमाएंगे किसान
सीएम योगी ने कहा कि उनकी सरकार दक्षिणांचल के लोगों के विकास व उनकी आर्थिक समृद्धि को लेकर बेहद संवेदनशील है। इसी कारण धुरियापार में बायोफ्यूल प्लांट की स्थापना की जा रही है। यहां किसान पराली व गोबर से भी पैसे कमाएंगेम यानी आम के आम, गुठलियों के भी दाम वाली स्थिति होगी।
स्वावलंबन का आधार बनेगी प्राकृतिक खेती
मंत्री ने कहा कि पीएम मोदी की मंशा है कि हमारे किसान आत्मनिर्भरता का लक्ष्य हासिल करें, स्वावलंबी बनें। इसके लिए हमें प्राकृतिक खेती की तरफ अग्रसर होना होगा। सीएम ने कहा कि मेरा मानना है हमारे खेतों में चार गुना उत्पादन की क्षमता है लेकिन तकनीकी की जानकारी के अभाव में हम उस क्षमता का उपयोग नहीं कर पा रहे हैं। यदि हम प्राकृतिक खेती को तकनीकी के साथ जोड़कर आगे बढ़ेंगे तो जहां एक एकड़ में 10 कुंतल धान की उपज होती है वहां 40 से 45 कुंतल धान उपजाया जा सकेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्राकृतिक खेती को अपनाने से केमिकल फर्टिलाइजर व पेस्टिसाइड पर खर्च शून्य होगा। कम लागत पर अधिक उत्पादन होगा और कुल मिलाकर प्राकृतिक खेती स्वावलंबन का आधार बनेगी।
कम्हरिया घाट के आसपास के क्षेत्र को बनाएंगे प्राकृतिक खेती का हब
इस अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यह मंशा जाहिर की कि वह कम्हरिया घाट के आसपास के क्षेत्र को प्राकृतिक खेती का हक बनाना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि क्षेत्र के सब्जी उत्पादन, दूध उत्पादन को कम्हरिया घाट सेतु के माध्यम से देश के अन्य हिस्सों व दुनिया के देशों में पहुंचाया जाएगा। उत्पादों को बाजार मिलने से लोगों के जीवन में समृद्धि आएगी।
दक्षिणांचल में बहेगी औद्योगिक विकास की बयार
मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में दक्षिणांचल के औद्योगिक विकास का खाका भी खींचा। उन्होंने कहा कि गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे के किनारे बनने वाला औद्योगिक गलियारा विकास की दृष्टि से बेहद महत्वपूर्ण साबित होगा। औद्योगिक विकास गीडा से होकर बेलघाट, धुरियापार तक जाने वाला है। यहां के नौजवानों को यहीं पर नौकरी व रोजगार मुहैया होगा। सीएम योगी ने कहा कि इस क्षेत्र के विकास को वृहद कार्ययोजना तैयार कर ली गई है। युद्ध स्तर पर इसके लिए कार्य भी चल रहा है। मुख्यमंत्री ने लिंक एक्सप्रेसवे के लिए किसानों के प्रति भी धन्यवाद ज्ञापित किया कि उन्होंने कोई विवाद नहीं किया बल्कि विकास के वास्ते अपनी जमीन दे दीं।
पीएम मोदी के पंच प्रण को जीवन में उतारने की आवश्यकता
सीएम योगी ने कहा कि कोरोना संकटकाल में जब पूरी दुनिया पस्त हो गई थी तब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत मजबूती से खड़ा रहाम आज भारत दुनिया की तेजी से उभरती अर्थव्यवस्था है और उसमें उत्तर प्रदेश का महत्वपूर्ण योगदान है। हमें उत्तर प्रदेश को समृद्ध प्रदेश बनाना है तो इसमें सबको सहभागी बनना होगा। भारत को विश्व की सबसे बड़ी ताकत बनाने के लिए पीएम मोदी के हाथों को मजबूत करते हुए हमें स्वतंत्रता दिवस पर उनके द्वारा दिए गए पंच प्रण को जीवन में अपनाना पड़ेगा। यदि हम ऐसा कर सके तो अगले 25 वर्ष के अमृत काल में भारत दुनिया की सबसे बड़ी महाशक्ति होगा।
हर ग्राम पंचायत व निकाय को आत्म निर्भर बनाने की मंशा
मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत को विश्व की सबसे बड़ी महाशक्ति बनाने के लिए हर ग्राम पंचायत व निकाय को आत्मनिर्भर बनाना होगा। इसकी शुरुआत गांव से करनी होगी। सभी गांव व निकाय स्वावलंबन की ओर चलें। सार्वजनिक भूमि का बेहतर विकास करते हुए गांव के पैसे का सदुपयोग गांव में करें।
स्मार्ट गांव से ही स्मार्ट बनेंगे प्रदेश व देश
सीएम योगी ने सरकार की तरफ से ग्राम पंचायतों व निकायों में कराए जा रहे विकास व कायाकल्प के कार्यों का उल्लेख करते हुए बताया कि गांव गांव अमृत सरोवर बन रहे हैं। ग्राम सचिवालय बन रहे हैं। गांव को ऑप्टिकल फाइबर से जोड़ा जा रहा है। गांव पर ही विभिन्न प्रकार के प्रमाणपत्रों को देने की सुविधा दी जा रही है। सरकार हर गांव को स्मार्ट बनाने में जुटी है। यदि हमारे गांव स्मार्ट बन गए तो फिर जनपद, प्रदेश और देश को स्मार्ट बनने में देर नहीं लगेगी। दुनिया यहां नौकरी खोजने आएगी।
विकास की आभा से निखरा नया गोरखपुर
सीएम योगी ने कहा कि नया गोरखपुर विकास की आभा से निखरा हुआ है। 1990 में यहां खाद कारखाना बंद हो गया था जिस पर 2016 तक किसी सरकार ने निर्णय नहीं लिया। पीएम मोदी ने इसे फिर से चलाया है। आज गोरखपुर में एम्स और बीआरडी मेडिकल कॉलेज में सुपर स्पेशलिटी की सुविधाएं हैं। किसी भी बीमारी के इलाज के लिए दिल्ली जाने की जरूरत नहीं है हर इलाज गोरखपुर में उपलब्ध है। गोरखपुर में चिड़ियाघर है तो मुंबई की चौपाटी व मरीन ड्राइव सा खूबसूरत रामगढ़ताल भी। जहां की खूबसूरती निहारने दूर-दूर से लोग आ रहे हैं। सीएम योगी ने कहा कि जिस क्षेत्र में इंसेफलाइटिस से प्रतिवर्ष हजारों मौतें होती थी, वहां 5 साल में ही सरकार ने इसे नियंत्रित कर लिया है। इससे होने वाली मौतों में 95 फीसद तक की कमी आई है। बीच में कोरोना का प्रभाव नहीं होता तो शेष 5 फीसद पर भी नियंत्रण पा लिया गया होता।
युवा भाजपा कार्यकर्ता को दी श्रद्धांजलि
इस अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने युवा भाजपा कार्यकर्ता व बेलघाट के प्रमुख प्रतिनिधि सूर्य प्रकाश सिंह कौशिक को भावभीनी श्रद्धांजलि दी। उन्होंने कहा कि स्वर्गीय कौशिक छात्र जीवन से ही संघर्षशील छवि के थे। सूर्य प्रकाश सिंह कौशिक का पिछले दिनों आकस्मिक निधन हो गया था।
वैदिक मंत्रोच्चार के बीच पुल का उद्घाटन, निरीक्षण भी किया मुख्यमंत्री ने
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कम्हरिया घाट पर बने पुल का उद्घाटन करने से पूर्व वैदिक मंत्रोच्चार के बीच विधि विधान से पूजन किया। तदुपरांत फीता काटकर उद्घाटन करने के बाद उन्होंने वाहन में सवार होकर इसका निरीक्षण भी किया। मंच पर आयोजित समारोह के दौरान उन्होंने बटन दबाकर पुल निर्माण के शिलापट का अनावरण किया।
मंच से लाभार्थियों को सीएम योगी के हाथों मिला सम्मान
सीएम योगी ने मंच से पीएम आवास योजना, सीएम आवास योजना, आयुष्मान भारत योजना, भवन सन्निर्माण कर्मकार योजना, महिला स्वयंसेवी समूह के कुछ लाभार्थियों व प्रगतिशील किसानों को प्रतीकात्मक चाबी, स्वीकृति पत्र, प्रमाण पत्र आदि प्रदान कर उन्हें सम्मानित किया।
कम्हरिया घाट पुल के संघर्षवीरों सीएम योगी ने दी शाबासी
कम्हरिया घाट पर पुल को लेकर लंबा आंदोलन चला था। सपा शासन में वर्ष 2013 में जल सत्याग्रह और जल समाधि तक कि स्थिति सुर्खियों में रही थी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इसके लिए आंदोलन करने वाले संघर्षवीरों को जमकर शाबासी दी। अपने संबोधन में उन्होंने कम्हरिया घाट पुल के लिए आंदोलन करने वाले भिखारी प्रजापति, सतवंत सिंह, शिवाजी चंद समेत सभी के नामों का उल्लेख करते हुए उनके संघर्ष को सम्मान दिया और पुल निर्माण के उन्हें बधाई भी दी। कहा कि जब अच्छी सरकार होती है तो प्रशासन भी उसी के अनुरूप कार्य करता है। सीएम ने कहा कि आंदोलन के वक्त आप लोगों पर कितना बर्बर अत्याचार हुआ था। आज सकारात्मक सोच की सरकार है तो प्रशासन आपके स्वागत में पलक-पांवड़े बिछाकर खड़ा है।
सीएम योगी की दृढ़ इच्छाशक्ति की देन है कम्हरिया घाट पर पुल :जितिन प्रसाद
लोकार्पण समारोह में प्रदेश के लोक निर्माण विभाग के मंत्री जितिन प्रसाद ने कहा कि कम्हरिया घाट पर इस पुल का निर्माण सीएम योगी की दृढ़ इच्छाशक्ति के चलते ही हो पाया है। यह पुल क्षेत्र के लिए बहुत बड़ी सौगात है और यह नई लाइफ लाइन साबित होगा। इसके जरिए लोगों का आवागमन तो सहज होगा ही उद्योग व व्यवसाय को बढ़ावा मिलने से क्षेत्र का कायाकल्प हो जाएगा। श्री प्रसाद ने कहा कि सीएम योगी प्रदेश के 25 करोड़ों लोगों की आशाओं की पूर्ति कर रहे हैं और उनके नेतृत्व में विकास की गंगा को गांव-गांव हर घर तक पहुंचाया जा रहा है। समारोह में स्वागत संबोधन संतकबीरनगर के सांसद प्रवीण निषाद व खजनी के विधायक श्रीराम चौहान ने किया। इस अवसर पर जिला पंचायत अध्यक्ष साधना सिंह, भाजपा के क्षेत्रीय अध्यक्ष व एमएलसी डॉ धर्मेंद्र सिंह, विधायकगण महेंद्र पाल सिंह, विपिन सिंह, राजेश त्रिपाठी, गणेश चौहान, ब्लाक प्रमुख बेलघाट पूजा सिंह कौशिक, भाजपा जिला अध्यक्ष युधिष्ठिर सिंह आदि मौजूद रहे।
194 करोड़ रुपये के पुल से लाभान्वित होगी 20 लाख आबादी
घाघरा नदी के कम्हरिया घाट (सिकरीगंज-बेलघाट-लोहरैया-शंकरपुर-बाघाड़) पर पुल का निर्माण 193 करोड़, 97 लाख, 20 हजार रुपये की लागत से हुआ है। कम्हरिया घाट के एक तरफ गोरखपुर और दूसरी तरफ अंबेडकरनगर जनपद स्थित है। इस घाट पर पुल क्षेत्र के लोगों की बहुप्रतीक्षित मांग रही है। कारण, पुल के अभाव में इन दोनों जिलों के बीच की दूरी 60 किलोमीटर बढ़ जाती थी। कार्यदायी संस्था उत्तर प्रदेश राज्य सेतु निगम लिमिटेड ने 1412.45 मीटर लंबे इस पुल का निर्माण जून 2022 में पूर्ण करा दिया है। इस पुल से करीब 500 गांवों और 20 लाख की आबादी लाभान्वित होगी। इस पुल के बन जाने से गोरखपुर, अंबेडकरनगर, आजमगढ़ और संतकबीरनगर ले बीच इंटर कनेक्टिविटी सहज हो गई है। साथ ही इन जिलों के साथ ही जौनपुर, प्रयागराज, प्रतापगढ़ और सुल्तानपुर की यात्रा के लिए दूरी काफी कम हो गई है। इससे लोगों के समय व ईंधन की बचत होगी। सबसे बड़ी सहूलियत आस्था की नगरी प्रयागराज जाने वाले लोगों को होगी। कम्हरिया घाट पुल से होकर जाने में गोरखपुर से प्रयागराज की दूरी 280 किलोमीटर की बजाय अब सिर्फ 200 किलोमीटर होगी।