- बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे, पूर्वांचल एक्सप्रेसवे के किनारे के किनारे औद्योगिक गलियारा बनाने के लिए हुई वृहद चर्चा
- 450 हेक्टेयर जमीन वेयरहाउसिंग, लॉजिस्टिक और इंडस्ट्री के लिए की गई हैं चिन्हित
उत्तर उत्तर प्रदेश सरकार के औद्योगिक विकास मंत्री नन्द गोपाल गुप्ता नन्दी ने पर्यटन भवन लखनऊ में उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण के अधिकारियों के साथ बैठक की। जिसमें एक्सप्रेसवे के किनारे प्रस्तावित इंडस्ट्रियल कॉरिडोर के विकास को लेकर विस्तृत चर्चा हुई।
बैठक में यूपीडा के सीईओ अवनीश अवस्थी ने बताया कि पूर्वांचल एक्सप्रेसवे के किनारे बाराबंकी, जौनपुर, गाजीपुर में, बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे के किनारे बांदा और जालौन में व गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे के किनारे गोरखपुर में इंडस्ट्रियल कॉरिडोर डेवलप किए जाने योजना है। जिसको लेकर वृहद चर्चा हुई। बताया गया तीनों एक्सप्रेसवे के किनारे करीब 450 हेक्टेयर भूमि है जहां इंडस्ट्रियल कॉरिडोर डेवलप किया जाएगा। आधी भूमि पर वेयर हाउसिंग और लॉजिस्टिक डेवलप किया जायेगा तो आधी जमीन पर इंडस्ट्री को जगह दी जाएगी।
पूर्वांचल एक्सप्रेसवे, बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे और गोरखपुर
इंडस्ट्रियल कॉरिडोर को डेवलप करने और निवेशकों को इंडस्ट्री लगाने के लिए आमंत्रित करने का निर्णय लिया गया।
औद्योगिक विकास मंत्री नन्द गोपाल गुप्ता नन्दी ने कहा कि इंडस्ट्रियल कॉरिडोर डेवलप करने के साथ ही इस बात का विशेष ध्यान रखा जाए कि इंडस्ट्री के लिए जमीनों का मूल्य कम से कम हो, उद्यमियों और निवेशकों के लिए अफोर्डेबल हो। जिसके लिए मंत्री नन्दी ने कंसल्टेंसी कंपनी के साथ ही विभागीय अधिकारियों को कार्य करने का निर्देश दिया।
इस अवसर पर मुख्यकार्यपालक अधिकारी यूपीडा अवनीश कुमार अवस्थी,
आईडीसी एवं अपर मुख्य सचिव औद्योगिक विकास अरविंद कुमार, सीईओ इन्वेस्ट यूपी अभिषेक प्रकाश, चीफ़ इंजिनियर यूपीडा सलिल यादव, वित्त नियंत्रक विश्वजीत राय, मीडिया सलाहकार दुर्गेश उपाध्याय सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।