नई दिल्ली (शाश्वत तिवारी)। भारत और जापान ने अनुबंध के आधार पर रोजगार के लिए भारत से जापान में कौशल और जापानी भाषा की आवश्यकता को पूरा करने वाले कुशल श्रमिकों की आवाजाही को बढ़ावा देने के लिए जनवरी 2021 में निर्दिष्ट कुशल श्रमिकों पर एक सहयोग ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए थे। इसके तहत नई दिल्ली में इसकी तीसरी मीटिंग 02 अगस्त को आयोजित की गयी। जेडब्ल्यूजी बैठक के दौरान दोनों पक्षों ने एसएसडब्ल्यू के तहत भारत और जापान के बीच मौजूदा सहयोग का जायजा लिया और इस बात पर सहमति व्यक्त की कि भारत से जापान में एसएसडब्ल्यू कार्यकर्ताओं की संख्या को बढ़ाने की काफी संभावनाएं हैं।
इस संदर्भ में उन्होंने मौजूदा प्रणाली में चुनौतियों की पहचान करके और आगे के रास्ते पर विचारों का आदान-प्रदान करके एसएसडब्ल्यू कार्यक्रम के कार्यान्वयन को और बढ़ाने के तरीकों पर चर्चा की। जापानी प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व श्री नाकागावा त्सुतोमु, सहायक उप मंत्री, आप्रवासन सेवा एजेंसी ने किया, और इसमें विदेश मंत्रालय, स्वास्थ्य, श्रम और कल्याण मंत्रालय, कृषि, वानिकी और मत्स्य पालन मंत्रालय के प्रतिनिधि शामिल थे।
निर्दिष्ट कुशल श्रमिकों के लिए अवसर, दिल्ली में हुई भारत और जापान के बीच जेडब्ल्यूजी की तीसरी बैठक।
जापान में मुख्य रूप से जिन क्षेत्रों में कुशल श्रमिकों की जरुरत होती है उनमे नर्सिंग देखभाल, भवन की सफाई प्रबंधन, मशीन के पुर्जे और टूलींग उद्योग, औद्योगिक मशीनरी उद्योग, इलेक्ट्रिक, इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना उद्योग,निर्माण उद्योग, जहाज निर्माण और जहाज मशीनरी उद्योग, ऑटोमोबाइल मरम्मत और रखरखाव, विमानन उद्योग, आवास उद्योग, कृषि, मत्स्य पालन और जलीय कृषि, खाद्य और पेय पदार्थों का निर्माण, और खाद्य सेवा उद्योग शामिल हैं।
निर्दिष्ट कुशल श्रमिकों पर हुई बैठक के दौरान चर्चा किए गए प्रमुख मुद्दों में डिजिटल प्रौद्योगिकी और प्लेटफार्मों के उपयोग सहित मांग-आपूर्ति मिलान, भारत में परीक्षण केंद्रों की संख्या बढ़ाना, कार्यान्वयन के क्षेत्रों का विस्तार, भारत में एसएसडब्ल्यू कार्यक्रम के बारे में जागरूकता बढ़ाना, भारत में जापानी भाषा को बढ़ावा देना शामिल है। जापानी पक्ष ने घोषणा की कि नर्सिंग/देखभाल देने के तहत मौजूदा सहयोग के अलावा, भारत में कृषि क्षेत्र को कवर करने के लिए एसएसडब्ल्यू का भी विस्तार किया जाएगा। भारतीय पक्ष ने घोषणा का स्वागत किया और अन्य क्षेत्रों में भी एसएसडब्ल्यू के विस्तार का आह्वान किया। साथ ही दोनों पक्ष निकट भविष्य में पारस्परिक रूप से सुविधाजनक समय पर अगली जेडब्ल्यूजी बैठक आयोजित करने पर सहमत हुए।