तीन दिन की बेमौसम बरसात ने फसलों को बुरी तरह बर्बाद किया है। खेतीबाड़ी विभाग द्वारा सभी जिलों से जुटाए आंकड़ों के मुताबिक राज्य भर में कुल 232815 हेक्टेयर फसलें बारिश से तबाह हो गई हैं। जिनमें धान, कपास, बासमती 1509, मक्की, हरा चारा शामिल हैं। विभाग ने अपनी रिपोर्ट सरकार को भेज दी है।
खेतीबाड़ी विभाग की रिपोर्ट के मुताबिक धान की फसल को बारिश और जलभराव से काफी नुकसान हुआ है। दो से तीन प्रतिशत फसल खेत में बिछ गई है। बासमती 1509 को ज्यादा नुकसान पहुंचा है, इसकी आठ प्रतिशत फसल बिछी है। पूरे पंजाब में 116107 हेक्टेयर धान की फसल बर्बाद हुई है। वहीं, बासमती 1509 की 20975 एकड़ और कपास की 91028 हेक्टेयर फसल पर मौसम की मार पड़ी है।
पंजाब में इस बार धान का रकबा 30.42 लाख हेक्टेयर और कपास का 2.84 लाख हेक्टेयर था। इनके अलावा मक्की की 4465 हेक्टेयर और चारे की 190 हेक्टेयर फसल तबाह हुई है। गन्ने को भी नुकसान हुआ है। मोगा, मुक्तसर, फिरोजपुर, फाजिल्का और फरीदकोट में न के बराबर नुकसान हुआ है। लेकिन बाकी जिलों में बारिश ने तांडव मचाया है।
22-24 सितंबर के दौरान हुई तेज बारिश के कारण फसलों को नुकसान पहुंचा है। धान की 1-3 फीसदी, बासमती की 2-3 प्रतिशत फसल खराब हुई है। कपास और बासमती की भी एक-एक प्रतिशत से कम फसल को नुकसान पहुंचा है। विभाग ने अपनी रिपोर्ट सरकार को भेज दी है। – डॉ. जसबीर बैंस, डायरेक्टर खेतीबाड़ी विभाग