नई दिल्ली। ऑस्ट्रेलिया में एक बड़े स्वास्थ्य खतरे को भांप कर पिछले 2 हफ्तों में स्थानीय प्रशासन ने लाखों मधुमक्खियों को मार दिया है।ऑस्ट्रेलिया प्रशासन द्वारा ये कदम खतरनाक पैरासिटिक प्लेग को फैलने से रोकने के लिए उठाया गया है।
ऑस्ट्रेलिया उन कुछ चुनिंदा देशों में रहा है जो वरोआ माइट के प्रसार को रोकने में सफल रहा है। गौरतलब है कि वरोआ माइट को दुनियाभर में मधुमक्खियों के लिए बड़ा खतरा माना जाता है। इस समय ऑस्ट्रेलिया में वेरोआ माइट कीट का प्रकोप बढ़ गया है और इसी कारण से 60 लाख मधुमक्खियों को मारने का फैसला हुआ है। इस फैसले को और ठीक से समझने के लिए वेरोआ माइट के बारे में जानकारी जरूरी है।
वेरोआ माइट तिल के आकार का पैरासिटिक कीट है जो मधुमक्खियों के छत्तों पर हमला करता है और मधुमक्खियों को नुकसान पहुंचाता है। यह लाल भूरे रंग का है। यह मधुमक्खियों से ही दूसरी मधुमक्खियों तक पहुंचता है और मधुमक्खी पालन को नष्ट कर देता है। इससे ऑस्ट्रेलिया के शहद उद्योग को बड़ा नुकसान हो सकता है।