नई दिल्ली (शाश्वत तिवारी)। भारत सरकार द्वारा उपलब्ध कराई गई आर्थिक मदद से बांग्लादेश में अब तक का सबसे बड़ा रेलवे पुल बनकर तैयार हो गया है। पुल के बनने के बाद भारत का संपर्क पूर्वोत्तर के नेपाल और भूटान जैसे देशों से और बेहतर हो जाएगा। इस पुल का निर्माण भारत की कंस्ट्रक्शन क्षेत्र की दिग्गज कंपनियों में शुमार एल एंड टी द्वारा किया गया है।
रूप्शा रेलवे ब्रिज के बनने से भारत का नेपाल और भूटान से संपर्क और मजबूत हुआ।
बांग्लादेश में भारतीय दूतावास ने ट्वीट कर बताया भारत सरकार द्वारा बांग्लादेश को उपलब्ध कराई गई लाइन ऑफ़ क्रेडिट के तहत रुप्शा रेलवे ब्रिज जोकि खुलना-मोंगला पोर्ट रेल लाइन परियोजना का हिस्सा है। इसे 25 जून 2022 को पूरा कर लिया गया है। भारत और बांग्लादेश के आपसी सहयोग की दिशा में यह महत्वपूर्ण कदम है।
अब भारत द्वारा नेपाल और भूटान को सामानों की सप्लाइ बहुत आसानी से और कम दाम में हो सकेगी।
आपको बता दें कि भारत सरकार ने इस पुल के लिए लाइन ऑफ क्रेडिट दिया था। इस रेल लाइन परियोजना को 4000 करोड़ बांग्लादेशी टका के खर्च से बनाया गया है। जिसकी कुल लंबाई 86.87 किलोमीटर है। रूप्सा नदी पर बनी इस रेल लाइन का निर्माण भारत की दिग्गज कंपनी लॉर्सन एंड टूब्रो द्वारा किया गया है। वहीं बाकी के हिस्से को एक अन्य भारतीय कंपनी इरकान इंटरनैशनल ने बनाया है।
इस पुल के निर्माण का कार्य वर्ष 2017 में शुरू हुआ था। बताया जा रहा है कि पुल के निर्माण से आने वाले दिनों में बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था को नई गति मिलने के साथ ही सुंदरबन में पर्यटन को भी काफी बढ़ावा मिलेगा।