नई दिल्ली (शाश्वत तिवारी)। विदेश और संसदीय मामलों के राज्यमंत्री वी0 मुरलीधरन जिम्बाब्वे और मलावी के आधिकारिक दौरे पर हैं। इस दौरान वह जिम्बाब्वे में 06 और 07 जून तक रहे। वहीं 08 और 09 जून को उन्होंने मलावी का दौरा किया।
द्विपक्षीय संबंधों समेत विकास परियोजनाओं से जुड़े विषयों पर हुई चर्चा।
जिम्बाब्वे की यात्रा के दौरान विदेश राज्यमंत्री वी0 मुरलीधरन ने वहां के राष्ट्रपति से मुलाक़ात कर विकास में सहयोग, स्वास्थ्य, शिक्षा, व्यापार और निवेश जैसे कई विषयों पर गहन चर्चा की। इसके साथ ही उन्होंने कई अन्य वरिष्ठ नेताओं समेत विदेश और अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मामलों के मंत्री डॉ0 फ्रेडरिक शावा से मुलाकात की। इस मुलाकात में दोनों देशों के मंत्रियों ने दिपक्षीय समझौतों सहित आपसी सहयोग बढ़ाने के विषय पर बातचीत की।
वहीं अपनी मलावी यात्रा के दौरान विदेश राज्य मंत्री वी0 मुरलीधरन ने राष्ट्रपति लाजर मैकार्थी चकवेरा समेत देश के कई अन्य गणमान्य नेताओं से मुलाक़ात की। उन्होंने मलावी की विदेश मंत्री नैन्सी टेम्बो के साथ पारस्परिक हितों और आपसी सहयोग के मसलों पर चर्चा की। अपनी इस यात्रा के दौरान उन्होंने दोनों ही देशों में भारतीय समुदायों के लोगों से मुलाक़ात के साथ ही ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ कार्यक्रमों में भी हिस्सा लिया।
विदेश राज्यमंत्री वी0 मुरलीधरन ने इस दौरान दोनों देशों की विकास में सहयोग से जुड़ी परियोजनाओं की प्रगति के साथ ही ऋण और अनुदान जैसे विषयों की समीक्षा की।
आपपको बता दें कि भारत जिम्बाब्वे और मलावी दोनों के साथ राजनीतिक, आर्थिक, सांस्कृतिक और विकास सहायता क्षेत्रों में उत्कृष्ट द्विपक्षीय संबंध साझा करता है, जो पिछले कुछ वर्षों में विशेष रूप से मजबूत हुए हैं। कोविड-19 महामारी के दौरान भारत ने दोनों देशों के साथ घनिष्ठ संपर्क बनाए रखा और महामारी के खिलाफ उनकी लड़ाई में उनका समर्थन किया है।