कीव। करीब चार माह से रूस के आक्रमण का सामना कर रहे यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की और ब्रिटिश प्रधानमंत्री बोरिस जानसन से फोन पर हुई बातचीत में यूक्रेन के लिए रक्षा समर्थन मांगा है। जेलेंस्की ने ट्वीट किया- ‘हमने यूक्रेन के लिए रक्षा समर्थन को मजबूत करने और सुरक्षा गारंटी पर काम तेज करने की बात की।’ जेलेंस्की ने कहा कि ऊर्जा संकट के बीच यूक्रेन के लिए ईंधन की आपूर्ति के मुद्दे पर भी चर्चा हुई।
इस बीच ब्रिटिश सरकार ने विज्ञप्ति में कहा कि प्रधानमंत्री ने इस बर्बर हमले के खिलाफ अपनी मातृभूमि की रक्षा के प्रयासों में वीर यूक्रेनी सशस्त्र बलों का समर्थन जारी रखने का फैसला किया है। उन्हें आवश्यक उपकरण उपलब्ध कराने में मदद की जाएगी। दोनों नेताओं ने रूस के रवैये पर भी बात की है।
प्रधानमंत्री जानसन ने वैश्विक खाद्य संकट को टालने के लिए यूक्रेन से अनाज के निर्यात को फिर से शुरू करने के तरीकों को खोजने के लिए राष्ट्रपति जेलेंस्की से बात की। उन्होंने कहा कि यूके तत्काल प्रगति के लिए जी 7 भागीदारों के साथ काम करेगा। नेताओं ने अगले कदम और रूस के लिए अपनी नाकाबंदी में ढील देने और सुरक्षित शिपिंग लेन की अनुमति देने पर सहमति व्यक्त की है।
इस बीच यूक्रेन के उप रक्षा मंत्री मलयार ने कहा कि लड़ाई अपने चरम पर है। डोनबास क्षेत्र में शत्रु बल एक साथ कई दिशाओं में हमारे सैनिकों पर हमला कर रहे हैं। हमारे सामने लड़ाई का एक अत्यंत कठिन और लंबा चरण है। इससे पहले शनिवार को रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने फ्रांस और जर्मनी के नेताओं से कहा था कि मास्को यूक्रेन के लिए काला सागर बंदरगाहों से अनाज के शिपमेंट को फिर से शुरू करने और उसे संभव बनाने के तरीकों पर चर्चा करने के लिए तैयार है। पुतिन ने अपने फ्रांसीसी समकक्ष इमैनुएल मैक्रों और जर्मन चांसलर ओलाफ स्कोल्ज के साथ टेलीफोन पर बातचीत की और कीव के साथ शांति वार्ता जारी रखने के लिए मास्को की तत्परता की पुष्टि की। उल्लेखनीय है कि मई की शुरुआत में जानसन ने घोषणा की कि ब्रिटिश सरकार यूक्रेन के लिए सैन्य सहायता में 1.3 बिलियन पाउंड (लगभग 1.64 बिलियन अमेरिकी डालर) प्रदान करेगी।