इस्लामाबाद। पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था पर भी संकट के बादल मंडरा रहे हैं। रुपये की कीमत लगातार गिर रही है और अब एक डॉलर 200 रुपये का हो गया है। इससे निपटने के लिए पाकिस्तान सरकार ने आपात आर्थिक योजना लागू कर 38 वस्तुओं के आयात पर पाबंदी लगा दी है। इसके बाद पाकिस्तानी अब विदेश से विलासिता की वस्तुएं नहीं मंगा सकेंगे।
पाकिस्तान में लगातार आर्थिक संकट बढ़ने से पाकिस्तान का विदेशी मुद्रा भंडार तेजी से कम हो रहा है। डॉलर के मुकाबले पाकिस्तानी रुपये के मूल्य में भी तेज गिरावट आई है। ऐसे में पाकिस्तान नहीं चाहता कि देश में गैर जरूरी व विलासिता के सामान के आयात पर विदेशी मुद्रा खर्च की जाए। इसलिए सरकार ने 38 उत्पादों की सूची जारी कर उनके आयात पर पाबंदी लगा दी है। स्वयं प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने ट्वीट कर इस फैसले की जानकारी देने के साथ ही कहा कि सरकार के इस निर्णय से बेशकीमती विदेशी मुद्रा बचाई जा सकेगी। उन्होंने इसके लिए कठोरता बरतने की बात भी कही।
उल्लेखनीय है कि पाकिस्तानी रुपया बुधवार को अब तक के सबसे निचले स्तर पर आ गया। देश के इतिहास में पहली बार अमेरिकी डॉलर के मुकाबले पाकिस्तानी रुपया बुरी तरह लुढ़क गया। विदेशी मुद्रा बाजार में एक डॉलर का दाम 200 पाकिस्तानी रुपये हो गया। इसके बाद पाकिस्तान की सूचना मंत्री मरियम औरंगजेब ने पत्रकारों से बातचीत में अनावश्यक आयात पर पाबंदी का एलान किया। जिन उत्पादों के आयात पर रोक लगाई गयी है, उनमें मोबाइल फोन, ऑटोमोबाइल्स, जूते, फर्नीचर, शैम्पू, सिगरेट, चॉकलेट, क्रॉकरी, हीटर व ब्लोअर शामिल हैं।