कोलकाता। पिछले कुछ समय से बागी तेवर अख्तियार कर चुके बैरकपुर से भारतीय जनता पार्टी सांसद अर्जुन सिंह को मनाने की कोशिशें कामयाब नहीं हो पा रही हैं। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और कपड़ा मंत्री मनीष गोयल से मुलाकात के बाद सिंह ने सोशम मीडिया के जरिये अर्थपूर्ण बातें कही है जिसनका सांकेतिक महत्व होने की अटकलें लगाई जा रही है। बुधवार को उन्होंने अपने फेसबुक पर लिखा है कि समुद्र चाहे जितना विशाल क्यों ना हो लेकिन मांझी कभी हिम्मत नहीं हारता।
उनके इस पोस्ट को भारतीय जनता पार्टी के शीर्ष नेतृत्व को चुनौती के तौर पर देखा जा रहा है। अर्जुन सिंह के करीबी सूत्रों का कहना है कि बार-बार उनकी मांगों को सुनने के बावजूद केंद्रीय कपड़ा मंत्रालय अथवा पार्टी नेतृत्व की ओर से समाधान के लिए कदम नहीं उठाये जा रहे हैं। इसलिए अर्जुन ने उनके खिलाफ युद्धमदेही रुख अख्तियार करने का संकेत दिया है। उनका भारतीय जनता पार्टी से मोहभंग हो चुका है और किसी भी तरह से तृणमूल कांग्रेस में वापसी की राह ढूंढ रहे हैं। इसीलिए कभी जूट उद्योग को आधार बनाकर तो कभी एनआईए जांच में कथित लापरवाही का दावा कर वह लगातार केंद्र के खिलाफ हमलावर हैं।
अर्जुन सिंह ने जब जूट उद्योग में भ्रष्टाचार का मामला उठाया था तब स्पष्ट कहा था कि उनकी नाराजगी पार्टी या पार्टी नेताओं के प्रति नहीं है बल्कि जूट बोर्ड के भ्रष्ट अधिकारियों तथा कपड़ा मंत्री के प्रति है। उसके बाद उन्होंने प्रदेश नेतृत्व पर सवाल खड़ा करना शुरू किया और अब केंद्रीय नेतृत्व पर सवाल खड़े कर रहे हैं जो उनकी भावी रणनीति की ओर इशारा कर रहा है।