नई दिल्ली (शाश्वत तिवारी)। विदेश मंत्री डॉ० एसo जयशंकर ने गुरुवार को बांग्लादेश की यात्रा की। इस दौरान उन्होंने बांग्लादेश की पीएम प्रधानमंत्री शेख हसीना से मुलाकत कर उन्हें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की तरफ से इस वर्ष के अंत में भारत आने का न्योता दिया। इसके साथ ही जयशंकर ने बांग्लादेशी विदेश मंत्री डॉ ए के अब्दुल मोमेन के साथ भी बैठक की। विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर की पिछले साल मार्च के बाद उच्चतम स्तर की बांग्लादेश की यह चौथी यात्रा है।
28-30 अप्रैल तक बांग्लादेश और भूटान की यात्रा पर हैं विदेश मंत्री
भारतीय विदेश मंत्रालय की तरफ से जारी एक बयान में कहा गया कि बैठक के बाद विदेश मंत्री जयशंकर ने एक पत्रकार वार्ता की। इस दौरान उन्होंने कहा कि शेख हसीना और मैंने आज क्षेत्रीय एवं द्विपक्षीय संबंधों के साथ-साथ वैश्विक मुद्दों की समीक्षा की। उन्होंन कहा कि कोरोना चुनौतियों के बावजूद हमने अच्छी प्रगति की है। मेरे इस दौरे का उद्देश्य हमारे संबंधों में प्रगति को जारी रखना है।
कोरोना चुनौतियों के बावजूद हमने अच्छी प्रगति की है: जयशंकर
बयान में बताया गया कि विदेश मंत्री जयशंकर ने संतोष व्यक्त करते हुए कहा कि व्यापार, द्विपक्षीय परियोजनाओं पर ऋण वितरण, यात्रा सेवाएं और निवेश अब नई ऊंचाइयों पर हैं, उन्होंने उस गति को पुनः प्राप्त कर लिया है जो कोविड के दौरान खो गई थी। विदेश मंत्री जयशंकर ने कहा आवश्यक वस्तुएं हों या ऑक्सीजन या दवाएं या भोजन हम कठिनाई के समय में एक-दूसरे पर भरोसा कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि वास्तव में कोविड ने ही हमें सिखाया कि क्षेत्रीय आपूर्ति श्रृंखलाओं का क्या महत्व है।
विदेश मंत्रालय की तरफ से जारी बयान में कहा गया कि विदेश मंत्री जयशंकर ने कहा कि हम आशा करते हैं कि बिजली एवं ऊर्जा क्षेत्र की कई परियोजनाओं को अब जल्द से जल्द शुरू किया जाएगा, ताकि पिछले कुछ वर्षों में हमने जो कुछ किया है उसे आगे बढ़ाया जा सके। उन्होंने कहा कि भारत कनेक्टिविटी और अन्य क्षेत्रों में एक मजबूत उप-क्षेत्रीय सहयोग की भी आशा करता है।
बयान में कहा गया कि विदेश जयशंकर ने कहा कि ऊर्जा क्षेत्र, विशेष रूप से जलविद्युत क्षेत्र दोनों देशों देशों के बीच पारस्परिक रूप से लाभकारी सहयोग के अवसर प्रदान करता है। भारत ऊर्जा का एक बड़ा उत्पाकदक और उपभोक्ताे है और हमें इस संबंध में अपने पड़ोसियों के साथ काम करके बहुत खुशी हो रही है, जिसमें बीबीआईएन ढांचा भी शामिल है। उन्होंने कहा कि मैं यह कहना चाहता हूं कि भारत इस क्षेत्र में उत्पादन, ट्रांसमिशन और व्यापार के लिए प्रगतिशील भागीदारी की संरचना का नेतृत्व करना जारी रखेगा।
भूटान रवाना हुए विदेश मंत्री जयशंकर:
बता दें कि विदेश डॉ० एस० जयशंकर 28-30 अप्रैल तर बांग्लादेश और भूटान की यात्रा पर हैं। शुक्रवार की सुबह वह ढाका से भूटान के लिए रवाना हो गए। वह मार्च 2020 के बाद विदेश से भूटान जाने वाले पहले उच्च-स्तरीय व्यक्ति होंगे। यात्रा के दौरान वह भूटान के राजा जिग्मे खेसर नामग्याल वांगचुक, प्रधानमंत्री ल्योंचेन डॉ. लोटे शेरिंग और भूटान के विदेश मंत्री, अपने समकक्ष ल्योंपो डॉ० टांडी दोरजी से मुलाकात करेंगे।