गोड़धोइया नाले की तल्लीझार सफाई, दोनों तरफ पक्की सड़क निर्माण और पौधरोपण का काम कराया जाए: मुख्यमंत्री
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कहा कि गोरखपुर के गोड़धोइया नाले की तल्लीझार सफाई, दोनों तरफ पक्की सड़क निर्माण और पौधरोपण का काम कराया जाए। साथ ही, नागरिकों को नाले में कूड़ा न फेंकने के लिए जागरूक किया जाए। उन्होंने कहा कि यह प्रयास होना चाहिए कि गोड़धोइया नाला स्वच्छता, जलनिकासी की सुविधा और सौंदर्य का प्रतिमान बने।
मुख्यमंत्री ने आज जनपद गोरखपुर में गोड़धोइया नाले के निरीक्षण के उपरान्त अधिकारियों को निर्देश दे रहे थे। उन्होंने कहा कि गोड़धोइया नाले के सुंदरीकरण की परियोजना महानगरवासियों के लिए कई मायने में महत्वपूर्ण है। नाले के कायाकल्प के बाद गोरखपुर महानगर की पचास प्रतिशत आबादी की जल निकासी की समस्या का समाधान हो जाएगा। साथ ही, यह शहर के खूबसूरत स्थलों में भी सम्मिलित होगा।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि नाले के दोनों किनारांे पर बोल्डर पिचिंग करायी जाए, ताकि बरसात में पानी का बहाव अधिक होने पर भी कटान न होने पाए। प्लास्टिक कचरे के निस्तारण के लिए नाले में कुछ स्थानों पर जालियां भी लगायी जाएं। नाले के अंतिम छोर पर जहां वह रामगढ़ताल में मिलता है, वहां एक छोटा तालाब भी विकसित किया जाये और वहां पर बच्चों व युवाओं के मनोरंजन के लिए वाटर स्पोर्ट्स बॉडी विकसित की जाए।
निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी श्री विजय किरन आनंद व नगर आयुक्त श्री अविनाश सिंह ने मुख्यमंत्री जी को अवगत कराया कि नाले के दोनों तरफ सात-सात मीटर की पक्की सड़क बनाई जाएगी। नौ किलोमीटर की लंबाई वाले इस नाले की छह पोकलेन मशीनों से सफाई कराई जा रही है। काफी कार्य पूरा हो चुका है और शेष कार्यों को भी जल्द पूरा कर लिया जाएगा। उल्लेखनीय है कि इस नाले का कायाकल्प 900 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से गोमती रिवर फ्रंट की तर्ज पर कराया जा रहा है।
मुख्यमंत्री जी ने निरीक्षण के दौरान उपस्थित नागरिकों से संवाद करते हुए उनका हाल जाना। इस अवसर पर गोरखपुर के महापौर श्री सीताराम जायसवाल, सहजनवा के विधायक श्री प्रदीप शुक्ला सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण, मण्डलायुक्त गोरखपुर श्री रवि कुमार एनजी एवं अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।