नई दिल्ली (शाश्वत तिवारी)। विदेश मंत्री डॉ० एस० जयशंकर ने दो दिवसीय यात्रा पर भारत आए अपने रूसी समकक्ष सर्गेई लावरोव के साथ शुक्रवार को एक बैठक की। इसके बाद रूस के विदेश मंत्री ने न्यूज एजेंसी एएनआई से बातचीत की। इस दौरान उन्होंने कहा रूस और भारत के बीच बहुत अच्छे संबंध हैं। हम भारत को किसी भी सामान की आपूर्ति करने के लिए चर्चा करने को तैयार हैं जो वह हमसे खरीदना चाहता है।
विदेश मंत्री डॉ० एस० जयशंकर ने दो दिवसीय यात्रा पर भारत आए अपने रूसी समकक्ष सर्गेई लावरोव के साथ की बैठक।
रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने कहा मेरा मानना है कि स्वतंत्रता और राष्ट्रीय हितों पर ध्यान केंद्रित करना भारतीय विदेश नीति की विशेषता है। रूसी संघ की नीति भी बिल्कुल ऐसी ही है, जो हमें महान देश, अच्छा दोस्त और भरोसेमंद साझेदार बनाती है।
रूसी विदेश मंत्री ने कहा- कोई भी दबाव हमारी साझेदारी को प्रभावित नहीं कर पाएगा।
सुरक्षा चुनौतियों के मामले में रूस, भारत का कैसे सहयोग करेगा इस मुद्दे पर बोलते हुए रूसी विदेश मंत्री ने कहा यह बातचीत हमारे उन संबंधों के प्रदर्शित करती है, जो हमने कई दशकों में भारत के साथ विकसित किए हैं। संबंध रणनीतिक साझेदारी का…यह वह आधार है जिस पर हम सभी क्षेत्रों में अपने सहयोग को बढ़ावा दे रहे हैं।
यूक्रेन के घटनाक्रम को लेकर पूछे गए एक प्रश्न के जवाब में लावरोव ने कहा आपने इसे युद्ध कहा जो सच नहीं है। यह एक विशेष ऑपरेशन है, जिसके तहत सैन्य बुनियादी ढांचे को निशाना बनाया जा रहा है। इसक उद्देश्य कीव शासन को रूस के लिए किसी भी खतरे को पेश करने की क्षमता से वंचित करना है।
रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव से जब पूछा गया कि क्या भारत पर अमेरिकी दबाव भारत-रूस संबंधों को प्रभावित करेगा। इस प्रश्न के जवाब में उन्होंने कहा मुझे कोई संदेह नहीं है कि कोई दबाव हमारी साझेदारी को प्रभावित कर पाएगा… वे (अमेरिका) दूसरों को अपनी राजनीति का अनुसरण करने के लिए मजबूर कर रहे हैं।