इस्लामाबाद। पाकिस्तान के सियासी संकट के बीच प्रधानमंत्री इमरान खान ने शुक्रवार को अपनी जान काे खतरा बताया है। उन्होंने सेना की ओर से मिले तीन वैकल्पिक सुझावों की भी चर्चा की है।
शुक्रवार को इमरान खान ने कहा कि उन्हें इस बात की पक्की सूचना मिली है कि उनकी जान को खतरा है। लेकिन वे डरे हुए नहीं हैं और स्वतंत्र तथा लोकतांत्रिक पाकिस्तान के लिए अपना संघर्ष जारी रखेंगे। एक साक्षात्कार में इमरान ने यह भी कहा कि पाकिस्तानी सेना ने उनको तीन विकल्प दिए हैं, अविश्वास प्रस्ताव पर मतदान, समय से पहले चुनाव या फिर प्रधानमंत्री के पद से त्यागपत्र। इमरान ने कहा कि मैंने बताया कि समय से पहले चुनाव सबसे अच्छा विकल्प होगा। त्यागपत्र के बारे में तो मैं सोच भी नहीं सकता और जहां तक अविश्वास प्रस्ताव की बात है तो मैं आखिरी मिनट तक लड़ूंगा। इमरान खान ने अविश्वास प्रस्ताव के बाद जल्द चुनाव कराने का सुझाव देते हुए कहा कि सरकार के खिलाफ ‘विदेशी साजिश’ में विपक्ष शामिल है।
राजनीतिक संकट में घिरे इमरान ने अमेरिका पर भी हमला बोला है। उन्होंने शुक्रवार को कहा कि भारत का समर्थन करने वाला एक शक्तिशाली देश पाकिस्तान से नाराज है, क्योंकि उन्होंने हाल में ही रूस की यात्रा की थी। इस्लामाबाद सुरक्षा डायलाग को संबोधित करते हुए पाकिस्तानी प्रधानमंत्री ने इस बात पर जोर दिया कि देश के लिए स्वतंत्र विदेश नीति बहुत महत्वपूर्ण है।
उल्लेखनीय है कि विपक्षी पार्टियों के अविश्वास प्रस्ताव पर रविवार को नेशनल असेंबली में मतदान होना है।
विदेश नीति के लिए भारत की तारीफ
इमरान ने स्वतंत्र विदेश नीति के लिए भारत की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि भारत अपनी स्वतंत्र विदेश नीति पर चलता है। अमेरिका कहता है कि वह भारत से कुछ नहीं कहेगा, क्योंकि उसकी स्वतंत्र विदेश नीति है। फिर उन्होंने सवालिया लहजे में पूछा, अमेरिका के मुताबिक भारत यदि एक प्रभुत्व संपन्न देश है तो फिर हम क्या हैं।