खार्तूम। सूडान के पश्चिमी दारफुर राज्य में 46 गांवों में आगजनी और लूट की घटना में 43 से अधिक लोगों की मौत हो गई है। सूडान में मानवीय मामलों के समन्वय के लिए काम कर रहे संयुक्त राष्ट्र कार्यालय (ओसीएचए) ने गुरुवार को यह जानकारी दी।
ओसीएचए ने एक बयान में कहा कि 17 नवंबर को पश्चिमी दारफुर के जेबेल मून इलाके में अरब खानाबदोशों और मिसरिया जेबेल जनजाति के किसानों के बीच संघर्ष हुआ। प्रारंभिक रिपोर्ट से संकेत मिलता है कि कम से कम 43 लोग मारे गए हैं। 46 गांवों को जला दिया गया है और लूटपाट की गई है। फिलहाल संघर्ष जारी है। इसमें भारी संख्या में लोग घायल हुए हैं।
बता दें कि देश में एक महीने पहले तख्ता पलट के बाद से सेना और अपदस्थ प्रधानमंत्री अब्दुल्ला हामडोक के बीच समझौता हुआ। इसके बाद हामडोक को प्रधानमंत्री पद सौंप दिया गया। सेना और प्रधानमंत्री के बीच समझौते का देश में भारी विरोध हो रहा है। गुरुवार को हजारों लोगों ने खार्तूम और अन्य शहरों की सड़कों पर विरोध प्रदर्शन किया।
सूडान के प्रधानमंत्री हमडोक ने प्रदर्शनों के लिए सुरक्षा और बंदियों को रिहा करने की प्रक्रिया को तत्काल शुरू करने का आदेश दिया। प्रधानमंत्री कार्यालय ने एक बयान में यह जानकारी दी है। हमडोक ने सूडानी पुलिस के साथ अपनी बैठक के दौरान यह आदेश दिया।
बयान के अनुसार बंदियों को रिहा करने की प्रक्रिया पूरे देश में लागू है। सूडानी सशस्त्र बल के जनरल कमांडर अब्देल फतह अल-बुरहान द्वारा 25 अक्टूबर को आपातकाल घोषित करने के बाद से सूडान में राजनीतिक संकट जारी है।