नई दिल्ली। थल सेना अध्यक्ष जनरल एमएम नरवणे पांच दिवसीय यात्रा पर श्रीलंका पहुंच गए हैं। सेना प्रमुख के रूप में यह उनकी श्रीलंका की पहली यात्रा है। इस दौरान वे अनेक बैठकों के माध्यम से श्रीलंका और भारत के बीच उत्कृष्ट रक्षा सहयोग को आगे बढ़ाएंगे। हवाई अड्डे पर चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल शैवेंद्र सिल्वा और श्रीलंकाई सेना के कमांडर ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया।
सेना की ओर से बताया गया है कि यात्रा के दौरान सेना प्रमुख जनरल नरवणे श्रीलंका के वरिष्ठ सैन्य और नागरिक नेतृत्व से मुलाकात करके भारत-श्रीलंका रक्षा संबंधों को आगे बढ़ाने के तरीकों पर चर्चा करेंगे। सेना प्रमुख वरिष्ठ सैन्य अधिकारियों के साथ कई बैठकों के माध्यम से श्रीलंका के साथ उत्कृष्ट रक्षा सहयोग को आगे बढ़ाने के साथ ही रक्षा संबंधी विभिन्न मुद्दों पर विचारों का आदान-प्रदान करेंगे।
यह भी बताया गया है कि वह श्रीलंकाई सेना मुख्यालय, गजबा रेजिमेंटल मुख्यालय और श्रीलंकाई सैन्य अकादमी का दौरा करेंगे। सेना प्रमुख भारत और श्रीलंका के बीच 04 अक्टूबर से श्रीलंका के कॉम्बैट ट्रेनिंग स्कूल, अम्पारा में चल रहे संयुक्त अभ्यास एक्सरसाइज ”मित्र शक्ति” का समापन चरण 15 अक्टूबर को देखेंगे।
इस अभ्यास में भारतीय सेना के इन्फैंट्री बटालियन ग्रुप के 120 जवानों ने हिस्सा लिया है।जनरल नरवणे के अलावा भारतीय और श्रीलंकाई सेनाओं के वरिष्ठ सैन्य पर्यवेक्षक द्विपक्षीय सैन्य अभ्यास ”मित्र शक्ति” के अंतिम चरण को देखेंगे।
इसके बाद वे बटालांडा में डिफेंस सर्विसेज कमांड एंड स्टाफ कॉलेज में छात्रों और शिक्षकों को संबोधित करेंगे। सेना प्रमुख का श्रीलंका के राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री से भी मिलने का कार्यक्रम है। भारतीय सेना प्रमुख अपनी यात्रा के दौरान श्रीलंका के राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और रक्षा सचिव से मिलने के बाद 13 अक्टूबर को श्रीलंका सेना मुख्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे।