कोरोना संक्रमण से बचाव और उपचार की व्यवस्थाओं को निरन्तर सुदृढ़ बनाकर रखा जाए: मुख्यमंत्री

कोरोना संक्रमण से बचाव और उपचार की व्यवस्थाओं को निरन्तर सुदृढ़ बनाकर रखा जाए: मुख्यमंत्री

लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कोरोना संक्रमण से बचाव और उपचार की व्यवस्थाओं को निरन्तर सुदृढ़ बनाकर रखा जाए। प्रदेश में संक्रमण तेजी से कम हो रहा है, किन्तु यह अभी समाप्त नहीं हुआ है। इसलिए अतिरिक्त सतर्कता एवं सावधानी बरतने का समय है। उन्होंने कहा कि बाहरी राज्यों से प्रदेश में आने वाले सभी लोगों का कोविड टेस्ट अवश्य किया जाए। उन्होंने कोविड प्रोटोकॉल का पूर्णतया पालन सुनिश्चित कराए जाने के निर्देश दिए हैं।

               मुख्यमंत्री लोक भवन में आहूत एक उच्चस्तरीय बैठक में प्रदेश में कोविड-19 की स्थिति की समीक्षा कर रहे थे। बैठक में मुख्यमंत्री को अवगत कराया गया कि पिछले 24 घण्टों में राज्य में कोरोना संक्रमण के 07 नए मामले सामने आए हैं। इस अवधि में 06 व्यक्तियों को सफल उपचार के उपरान्त डिस्चार्ज किया गया। वर्तमान में प्रदेश में कोरोना के सक्रिय मामलों की संख्या 176 है। जनपद अलीगढ़, अमेठी, अमरोहा, औरैया, अयोध्या, आजमगढ़, बदायूं, बागपत, बलिया, बांदा, बहराइच, बिजनौर, फर्रुखाबाद, गाजीपुर, गोण्डा, हमीरपुर, हापुड़, हरदोई, हाथरस, कानपुर देहात, कासगंज, महोबा, मीरजापुर, मुरादाबाद, मुजफ्फरनगर, रामपुर, संतकबीर नगर, शामली, श्रावस्ती, सीतापुर और सोनभद्र में कोविड का एक भी मरीज नहीं है। प्रदेश में कोरोना संक्रमण की रिकवरी दर 98.7 प्रतिशत है। पिछले 24 घण्टे में प्रदेश में 1,69,500 कोरोना टेस्ट किए गए। अब तक राज्य में 07 करोड़ 79 लाख 68 हजार 360 कोविड टेस्ट सम्पन्न हो चुके हैं।

               मुख्यमंत्री ने कोविड वैक्सीनेशन कार्य को पूरी सक्रियता से संचालित करने के निर्देश देते हुए कहा कि कोरोना संक्रमण से बचाव में कोविड टीकाकरण एक महत्वपूर्ण सुरक्षा कवच है। वैक्सीन की पहली डोज ले चुके लोग समय से दूसरी डोज लें, इसके लिए उन्होंने विशेष अभियान चलाए जाने पर बल दिया। उन्होंने कहा कि इस दिशा में नियोजित कार्यवाही की जाए। बैठक में मुख्यमंत्री को अवगत कराया गया कि प्रदेश में कोविड टीकाकरण की प्रक्रिया तीव्र गति से चल रही है। राज्य में गत दिवस तक 10 करोड़ 03 लाख 9 हजार से अधिक कोरोना वैक्सीन की डोज लगाई जा चुकी हैं।

               मुख्यमंत्री ने कहा कि डेंगू व अन्य वायरल बीमारियों के सम्बन्ध में प्रदेशव्यापी सर्विलान्स कार्यक्रम को पूरी सक्रियता से संचालित किया जाए। बुखार व संक्रमण के अन्य लक्षणों के संदिग्ध मरीजों की पहचान कर, उन्हें उचित परामर्श दिया जाए। अस्पतालों में बेड एवं दवाओं की पर्याप्त उपलब्धता बनायी रखी जाए। उन्होंने कहा कि स्वच्छता, सैनिटाइजेशन तथा फॉगिंग का अभियान जारी रखा जाए।

               मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के सभी गो-आश्रय स्थलों में आवश्यक व्यवस्थाएं की जाएं। किसी भी गौशाला में कीचड़ या जल-जमाव न होने पाए, सभी आश्रय स्थलों मंे शेड ठीक हों। चोकर व हरे चारे का पर्याप्त प्रबन्ध किया जाए। उन्होंने निर्देश दिए कि प्रत्येक गो-आश्रय स्थल में एक केयर टेकर की तैनाती अवश्य हो। गोवंश के रख-रखाव मे स्थानीय जनसहभागिता को प्रोत्साहित किया जाए।

               मुख्यमंत्री ने कहा कि व्यापारियों तथा उद्यमियों की समस्याओं के त्वरित समाधान के लिए प्रभावी प्रयास किये जाएं। जिलाधिकारी की अध्यक्षता में प्रत्येक माह तथा मण्डलायुक्त की अध्यक्षता में प्रत्येक दो माह में व्यापारिक व औद्योगिक संगठनों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक की जाए। जिलाधिकारी की बैठक में पुलिस अधीक्षक/वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक तथा मण्डलायुक्त की बैठक में आई0जी0/डी0आई0जी0 स्तर के अधिकारी अवश्य सम्मिलित हों।

               मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में रामलीला आयोजन की समृद्ध परम्परा है। नवरात्रि, दशहरा व दीपावली के पर्व समीप हैं। ऐसे में रामलीला कमेटियों की तैयारियां प्रारम्भ हो गई होंगी। सभी कमेटियांे से संवाद स्थापित करते हुए उन्हें कोविड प्रोटोकॉल के अनुरूप आयोजन करने के लिए प्रेरित किया जाए। रामलीला का मंचन खुले मैदान में किया जाए। मैदान की क्षमता के अनुरूप दर्शकों के सम्मिलित होने की अनुमति दी जाए।

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