अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने चीन पर अगले महीने अक्टूबर में होने वाले अमेरिकी मध्यावधि चुनावों को प्रभावित करने की कोशिश करने का आरोप लगाया है। हालांकि बीजिंग ने अमेरिकी आरोपों का का खंडन किया है। इससे पहले अमेरिका ने 2016 में अमेरिकी चुनावों को प्रभावित करने का आरोप लगाया था।
अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने एक के बाद एक कई ट्वीट कर चीन पर निशाना साधा। ट्रंप ने लिखा, “चीन ने खुलेआम कहा है कि वह सक्रिय रूप से हमारे किसानों, खेतों और औद्योगिक श्रमिकों पर हमला करके हमारे चुनावों को प्रभावित करने और बदलने के लिए सक्रिय रूप से प्रयास कर रहा है।
हालांकि ट्रंप ने इन आरोपों के समर्थन में कोई सबूत पेश नहीं किया। उन्होंने यह भी स्पष्ट नहीं किया कि उनका आरोप नवंबर में होने वाले मध्यावधि चुनावों के संदर्भ में था या नहीं।
ट्रंप के आरोप लगाने के बाद चीन के विदेश मंत्रालय ने बुधवार को कहा कि चीन दूसरे देशों के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप नहीं करता। चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता गेंग शुआंग ने कहा, हमारा देश दूसरे देशों के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप नहीं करता।
इससे पहले ट्रंप ने अमेरिका की यात्रा पर आए पोलैंड के राष्ट्रपति आंद्रजेज डुडा के साथ व्हाइट हाउस में संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में कहा कि चीन हर साल 500 अरब डॉलर अमेरिका से ले जा रहा है।
अमेरिका राष्ट्रपति ने कहा कि अमेरिकी अर्थव्यवस्था का फायदा उठाते हुए चीन अपनी अर्थव्यवस्था को खड़ा करने के लिए अमेरिका से हर साल 500 अरब डॉलर ले जा रहा है।
ट्रंप का यह बयान ऐसे समय में आया है जब उन्होंने एक ही दिन पहले ही चीन से 200 अरब डॉलर के अतिरिक्त आयात पर शुल्क लगाकर व्यापार युद्ध को और तेज कर दिया। जिसके बाद चीन ने बदले की कार्रवाई करते हुए अमेरिका के 60 अरब डॉलर सामानों पर नए शुल्क लगा दिए।
ट्रंप ने कहा, “पिछले कई सालों से चीन हमारे यहां से हर साल 500 अरब डॉलर से अधिक धन लेकर जा रहा है। यह पोलैंड के लिए काफी अधिक होगा, है या नहीं? आप इससे अपने देश को नए सिरे से तैयार कर सकते हैं। चीन ने यही किया है।” उन्होंने कहा कि वह व्यापार असंतुलन पर कड़ी नजर रख रहे हैं क्योंकि यह बेहद महत्वपूर्ण है।
ट्रंप लगातार कहते आए हैं कि व्यापार असंतुलन की वजह से ही उनकी सरकार ने चीन, यूरोपीय संघ, कनाडा और मैक्सिको के साथ व्यापार युद्ध शुरू किया है। पोलैंड भी यूरोपीय संघ का सदस्य है।