नई दिल्ली (शाश्वत तिवारी)। युद्धग्रस्त अफगानिस्तान के हालात दिन-ब-दिन खराब होते जा रहे हैं। इन सबके बीच भारतीय विदेश मंत्रालय वायुसेना की मदद से भारत और अफगान नागरिकों को वहां से निकालने में जुटा हुआ है। इसके लिए मंत्रालय ने एक विशेष टीम का गठन किया है, जो अफगानिस्तान से मदद मांगने वाले भारतीयों को स्वदेश वापस लाने के साथ ही उनकी हर संभव सहायता भी कर रही है। टीम अफगानिस्तान में फंसे भारतीयों तक कॉल, ईमेल और वॉट्सएप के जरिए पहुंच रही है। यह जानकारी गुरुवार को हुई सर्वदलीय बैठक में विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने पॉवर प्वाइंट प्रजेंटेशन के माध्यम से दी।
रेस्क्यू के लिए मंत्रालय ने 20 सदस्यीय एक टीम का किया गठन
विदेश मंत्रालय के एक अधिकारी के अनुसार सर्वदलीय बैठक में सभी राजनीतिक दलों के नेता सदन को अफगानिस्तान के हालात से अवगत कराया गया। मंत्रालय ने बताया कि 15 अगस्त को तालिबान द्वारा काबुल पर कब्जे के बाद अफगानिस्तान से लोगों के प्रत्यावर्तन और अन्य अनुरोधों को सुव्यवस्थित तरीके से समन्वयित करने के लिए 16 अगस्त को एक 20 सदस्यीय टीम का गठन किया गया।
यह टीम 24X7 काम कर रही है और अफगानिस्तान से कॉल, ईमेल और व्हाट्सएप संदेशों के माध्यम से प्राप्त होने वाले अनुरोधों का जवाब दे रही है। टीम अब तक 3014 कॉल अटेंड कर चुकी है। साथ ही 7826 व्हाट्सऐप संदेशों का जवाब दिया गया है। यही टीम द्वारा अब तक 3101 ईमल के भी जवाब दिए गए हैं।
बता दें कि विदेश मंत्रालय भारतीय वायु सेना के ”ऑपरेशन देवी शक्ति” के जरिए अब तक 800 भारतीय नागरिकों को वापस ला चुका है। इसके अलावा पड़ोसी देश नेपाल के भी 13 नागरिक वापस लाए गए हैं।