नई दिल्ली (शाश्वत तिवारी)। काबुल पर तालिबान के कब्जे के बाद अफगानिस्तान में हालात काफी खराब हो गए हैं। इस दौरान कई देशों के नागरिक वहां फंसे हुए और अपनी वापसी की उम्मीद लगाए हुए हैं। ऐसी स्थित में भारत अपने नागरिकों के साथ-साथ पड़ोसी देश नेपाल की भी ‘हनुमान’ बनकर मदद कर रहा है, जिसके प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने इसी वर्ष जून में एक विवादित बयान देकर भगवान श्रीराम का जन्म स्थान नेपाल बता दिया था। अफगान संकट में भारतीय विदेश मंत्रालय इंडियन एयरफोर्स की मदद से अपने नागरिकों को निकालने के साथ-साथ पड़ोसी देशों की नागिरकों को भी वहां से निकाल रहा है। इस कड़ी में गुरुवार को 35 लोगों को काबुल से भारत लाया गया, जिसमें 24 भारतीय नागरिकों के अलावा 11 नेपाली नागिरक शामिल हैं।
भारतीय वायु सेना के ऑपरेशन देव शक्ति के तहत 35 भारतीय और 11 नेपाली नागरिकों की हुई स्वदेश वापसी
विदेश मंत्रालय के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार अफगानिस्तान से लाए गए भारत और नेपाल के सभी 35 नागरिक सुरक्षित दिल्ली पहुंच गए हैं। इस बीच में बस में बैठे नेपाली नागरिकों का एक वीडियो भी सामने आया है, जिसमें नेपाल के नागरिक भारत सरकार और भारतीय दूतावास को धन्यवाद दे रहे हैं।
इससे पहले भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने इस संबंध में आज सुबह ट्वीट कर जानकारी दी थी। अपने ट्वीट में उन्होंने लिखा था कि भारतीय वायु सेना का ऑपरेशन देवी शक्ति सक्रिय। 24 भारतीय नागरिक और 11 नेपाल के नागरिक काबुल से दिल्ली के रास्ते में हैं।
बता दें कि अभी कुछ दिन पहले भी 02 नेपाली नागरिकों को भारतीय वायु सेना के ”ऑपरेशन देवी शक्ति” के तहत वापस लाया गया था। इस तरह से अब तक कुल 13 नेपाली नागरिकों को अफगानिस्तान से वापस लाया जा चुका है। वहीं भारतीय नागरिकों को वापस लाने की बात की जाए तो अब तक भारत के 800 नागरिकों की स्वदेश वापसी हो चुकी है।