कोलकाता। पश्चिम बंगाल राज्य शिक्षा विभाग मुख्यालय के सामने मंगलवार को शिक्षकों के विरोध प्रदर्शन के दौरान पांच शिक्षिकाओं के जहर पीने को लेकर प्रदेश भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष ने ममता सरकार पर निशाना साधा है।
बुधवार को मॉर्निंग वॉक के लिए निकले दिलीप घोष से जब इस बारे में सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल में शिक्षकों को सबसे कम वेतन दिया जाता है। न्यायालय के आदेश के बावजूद शिक्षकों को महंगाई भत्ता नहीं दिया जा रहा। कोई अगर सरकार के खिलाफ मुंह खोलता है तो उसके खिलाफ मामले दर्ज किए जा रहे हैं। सरकार की निष्क्रियता का विरोध करने वाले शिक्षकों को घर से दूर तबादला किया जा रहा है। इसीलिए शिक्षक आंदोलन कर रहे हैं। उनकी आवाज नहीं सुनी जा रही है जिसकी वजह से उन्हें जहर पीना पड़ रहा है। यह दुर्भाग्य जनक है। सरकार को इस बारे में सोचना चाहिए कि शिक्षा विभाग के मुख्यालय के सामने महिला शिक्षकों ने जहर पीकर आत्महत्या की कोशिश की है।
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी द्वारा जल्द से जल्द बंगाल में उपचुनाव की मांग किए जाने को लेकर एक बार फिर निशाना साधते हुए दिलीप घोष ने कहा कि ममता बनर्जी मुख्यमंत्री बने रहने के लिए पागल हो गई हैं। बंगाल में कोरोना संक्रमण बढ़ने की वजह से स्कूल नहीं खोले जा रहे हैं लेकिन मुख्यमंत्री बने रहने के लिए ममता बनर्जी जल्द से जल्द उपचुनाव की मांग कर रही हैं।
इसके अलावा भारतीय जनता पार्टी छोड़कर तृणमूल में जाने की घोषणा करने वाली भाजपा नेत्री तथा अभिनेत्री रिमझिम मित्र पर भी दिलीप घोष ने निशाना साधा। उन्होंने कहा कि मित्र ने पहले ही पार्टी के आधिकारिक व्हाट्सएप ग्रुप को छोड़ दिया है। किसी को अगर भारतीय जनता पार्टी में रहना अच्छा नहीं लग रहा है तो वह पार्टी छोड़कर जा ही सकता है। इससे कोई नुकसान नहीं होगा।