वाशिंगटन। अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने देश की जनता को संबोधित करते हुए आशंका व्यक्त की है कि अफगानिस्तान की जेल से निकले आतंकवादी हमला कर सकते हैं, लेकिन हम उसका सख्ती से जवाब देंगे।
अफगानिस्तान में बिगड़ती स्थिति का हवाला देते हुए अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने भारतीय समय के अनुसार शुक्रवार देररात कहा कि अफगानिस्तान से अब तक 18 हजार से अधिक नागरिकों को बाहर निकाला जा चुका है। उन्होंने कहा कि यह मिशन खतरनाक है। फिर भी इसे सावधानीपूर्वक पूरा किया जाएगा। आज ही पांच हजार से ज्यादा अमेरिकी लोगों को वहां से निकाला गया।
बाइडन ने जानकारी दी कि काबुल में अब भी छह हजार अमेरिकी सैनिक तैनात हैं जो रेस्क्यू कार्य में लगे हुए हैं।साथ ही, अधिक से अधिक लोगों को निकालने के लिए विमानों की संख्या भी बढ़ा दी गई है।
राष्ट्रपति बाइडन ने कहा कि हम जुलाई से अब तक 18,000 से अधिक लोगों को निकाल चुके हैं। इनमें लगभग 13 हजार लोग काबुल से निकाले गए हैं। 14 अगस्त को हमारी सैन्य एयरलिफ्ट शुरू हुई है।
उन्होंने कहा कि हमने एयरपोर्ट (काबुल में) को सुरक्षित किया है जिससे न केवल सैन्य उड़ानें बल्कि अन्य देशों के नागरिक और काबुल में फंसे अफगानियों को बाहर निकालने के लिए गैर-सरकारी संगठन फिर से उड़ानें शुरू करने के लिए सक्षम हो रहे हैं।
बाइडन ने तालिबान के आक्रामक हमले से पहले अपने सहयोगियों को बाहर निकालने को लेकर धीमी शुरुआत के लिए अफगानिस्तान को दोषी ठहराया है। अमेरिकी राजनयिकों ने औपचारिक रूप से हफ्तों पहले अनुरोध किया था कि बाइडन प्रशासन निकासी के प्रयासों को तेज करे। अफगानिस्तान से हटने के लिए अमेरिका की 31 अगस्त की समय-सीमा खत्म होने से पहले ही हजारों लोग बाहर निकलने की प्रतीक्षा कर रहे हैं।