काबुल। काबुल में रविवार को प्रवेश के साथ ही तालिबान ने ऐलान किया है कि देश का नाम इस्लामिक अमीरात ऑफ अफगानिस्तान कर दिया जाएगा। तालिबान के एक अधिकारी ने कहा है कि इस नाम की घोषणा प्रेसीडेंसियल पैलेस से की जाएगी। उधर, अमेरिका के वरिष्ठ सैन्य कर्मचारी का कहना है कि काबुल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे को बंद करके सेना के व्यवसायिक विमान लगातार उड़ान भर रहे हैं।
काबुल में अपने सभी उपक्रम बंद कर अमेरिका ने अपने नागरिकों को सुरक्षित रहने और सभी के सुरक्षित एयरलिफ्ट कराने की बात कही है। भारत भी अपने दूतावास के स्टॉफ को सुरक्षित निकालने के लिए प्रयास कर रहा है। उधर, तालिबान का अफगानिस्तान में कब्जा होने पर फ्रांस ने काबुल से अपना दूतावास हटाकर दूसरी जगह स्थानांतरित किया है।
तालिबान के शीर्ष अधिकारी ने अफगानिस्तान का नाम बदलकर इस्लामिक अमीरात ऑफ अफगानिस्तान करने का ऐलान करते हुए कहा कि किसी भी अफवाह से बचें। तनाव से बचे। तालिबान ने सभी सरकारी कर्मचारियों से कहा है कि अफगानिस्तान में तालिबान 20 साल बाद लौट आया है। आइए मिलकर एक नई शुरुआत करते हैं।