काबुल। अफगानिस्तान पर कब्जा होने पर तालिबान ने कहा है कि अफगानिस्तान में सत्ता हस्तांतरण के लिए कोई भी अंतरिम सरकार नहीं बनाई जाएगी। उन्होंने कहा कि वे अफगानिस्तान पर पूर्ण नियंत्रण करने जा रहे हैं। इसके पहले राष्ट्रपति अशरफ गनी के देश छोड़ते ही तालिबान लड़ाके काबुल में घुस आये और कमांडरों ने राष्ट्रपति भवन पर कब्जा करने का दावा किया है। हालांकि इसकी पुष्टि अफगान सरकार की तरफ से नहीं की गई है।
तालिबान के दो अधिकारियों ने बताया कि अफगानिस्तान में सत्ता हस्तांतरण के लिए कोई भी कार्यवाहक सरकार नहीं बनेगी। इस संगठन ने यह भी कहा कि वे पूरी तरह से अफगानिस्तान की सत्ता पर काबिज होने जा रहे हैं। इस बीच काबुल में तालिबान के घुसने से स्थिति और बिगड़ गई है। कई जगह गोलीबारी की घटनाएं सामने आईं हैं। हालांकि तालिबान ने कहा है कि वह शांति व्यवस्था बनाने की कोशिश कर रहा है।
इससे पहले पूर्व मंत्री अली अहमद जलाली को देश का अंतरिम राष्ट्रपति बनाने की चर्चा थी। जलाली जनवरी 2003 से सितंबर 2005 तक अफगानिस्तान के आतंरिक मंत्री रह चुके हैं। इससे पहले, कार्यवाहक आंतरिक मंत्री अब्दुल सत्तार मिर्जाकवाल ने एक टेलीविजन संबोधन में कहा था कि एक शांतिपूर्ण सत्ता हस्तांतरण होगा।
एक रिपोर्ट के अनुसार, तालिबान के राजनीतिक कार्यालय का प्रमुख मुल्ला अब्दुल गनी बरादर काबुल आ चुका है। माना जा रहा है कि अब्दुल गनी बरादर अफगानिस्तान का नया राष्ट्रपति बन सकता है। पहले यह भी कहा जा रहा था कि अमेरिका स्थित अकादमिक और पूर्व अफगान आंतरिक मंत्री अली अहमद जिलाली को अंतरिम प्रशासन का प्रमुख बनाया जा सकता है।