जिन्होंने की थी तिरंगे की कल्पनाः 02 अगस्त 1876 को मौजूदा आंध्र प्रदेश के मछलीपट्टनम के निकट भटलापेनुमारु में पिंगली वेंकैया का जन्म हुआ। पिंगली वेंकैया राष्ट्रीय ध्वज के अभिकल्पक हैं। सच्चे देशभक्त और कृषि वैज्ञानिक वेंकैया कई भाषाओं के ज्ञाता थे। भूविज्ञान एवं कृषि क्षेत्र को लेकर उनकी गहरी दिलचस्पी थी, वे हीरे की खदान के विशेषज्ञ थे। ब्रिटिश भारतीय सेना में सेवा के दौरान उन्होंने दक्षिण अफ्रीका के एंग्लो-बोअर युद्ध में हिस्सा लिया। इसी दौरान वे महात्मा गांधी के संपर्क में आए।
वर्तमान आंध्र प्रदेश के काकीनाड़ा में आयोजित भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के राष्ट्रीय अधिवेशन के दौरान वेंकैया ने भारत का अपना राष्ट्रीय ध्वज होने की जरूरत पर बल दिया। यह विचार महात्मा गांधी को पसंद आया। उन्होंने वेंकैया को राष्ट्रीय ध्वज की रूपरेखा तैयार करने की सलाह दी। लगभग पांच साल तक तीस विभिन्न देशों के राष्ट्रीय ध्वजों के अध्ययन के बाद वेंकैया ने तिरंगे का प्रारूप तैयार किया और 1921 में विजयवाड़ा में आयोजित कांग्रेस के अधिवेशन में महात्मा गांधी से मिलकर उन्हें बताया।
हालांकि जालंधर के हंसराज ने झंडे में प्रगति के प्रतीक चक्र चिह्न का सुझाव दिया। 1931 में कांग्रेस ने कराची के अखिल भारतीय सम्मेलन में केसरिया, सफेद और हरे, तीन रंगों वाले इस ध्वज को सर्वसम्मति से स्वीकार किया। बाद में राष्ट्रीय ध्वज में तिरंगे के बीच चरखे की जगह अशोक चक्र ने ले ली।
अन्य अहम घटनाएंः
1763ः मुर्शिदाबाद पर कब्जे के बाद ब्रिटिश सेना ने गिरिया के युद्ध में मीर कासिम को हराया।
1790ः अमेरिका में पहली बार जनगणना हुई।
1858ः ब्रिटिश सरकार ने गवर्नमेंट ऑफ इंडिया एक्ट पारित किया जिससे भारत का शासन ईस्ट इंडिया कंपनी से ब्रिटिश राजशाही के हाथों चला गया।
1955ः सोवियत संघ ने परमाणु परीक्षण किया।
1987ः विश्वनाथन आनंद ने विश्व जूनियर शतरंग चैम्पियनशिप जीती।
1990ः इराक की सेना ने कुवैत पर हमला कर उसपर कब्जा कर लिया।