इंदौर। प्रसिद्ध फिल्म अभिनेत्री और भाजपा नेत्री जया प्रदा रविवार को शहर में आयोजित सम्मान समारोह में शामिल हुईं। इस दौरान उन्होंने मीडिया से बातचीत में अपने अनुभव साझा किए। उन्होंने कहा कि कोरोना की तीसरी लहर आने से पहले हमें उपचार व अन्य आवश्यक संसाधनों की पूर्ति के लिए अभी से योजना बनानी होगी। सरकार और सामाजिक संस्थाओं को एकजुट होकर प्रबंध करना होगा। रोज कमाकर अपना जीवन चलाने वालों के रोजगार और सुविधा का भी हमें ध्यान रखना होगा।
उन्होंने कोरोना की दूसरी लहर के दौरान हुई परेशानियों को साझा करते हुए कहा कि पानी तो हम पहले से खरीदते आ रहे थे, लेकिन कोरोना काल में तो आक्सीजन भी खरीदना पड़ी। फिर भी कई लोगों को वह नहीं मिली। कई परिवारों ने अपनों को खोया। स्वजन को हम सम्मान के साथ अंतिम विदाई भी नहीं दे सके।
उन्होंने कहा कि मैं अपनी बहन के इलाज के लिए अस्पताल की तलाश में परेशान होती रही। इससे सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है कि आमजन को कितना ज्यादा परेशानी हुई होगी। उन्होंने कहा कि तमाम बुराई के बावजूद कोरोना काल ने हमें रिश्तों का सम्मान करना और उन्हें निभाने का पाठ पढ़ाया है। बेहतर भविष्य के लिए हमें एकजुट होकर प्रयास करने होंगे।
जया प्रदा ने अपनी फिल्मी सफर के बारे में भी मीडिया से खुलकर बात की। उन्होंने बताया कि जब वे फिल्म इंडस्ट्री में आईं तो उन्हें अपना नाम ललिता रानी को बदलने के लिए कहा गया। इस पर प्रभाकर रेड्डी ने अपने बैनर के नाम पर मेरा नाम जया प्रदा रख दिया। इस इंडस्ट्री ने मुझे बहुत मान-सम्मान दिया। मैं अगले जन्म में भी जया प्रदा बनकर अभिनय ही करना चाहूंगी।