लखनऊ। उत्तर प्रदेश कांग्रेस पिछड़ा वर्ग विभाग के तत्वावधान में आज प्रजापति, कुम्हार, चित्रवंशी सम्मेलन प्रदेश कांग्रेस कार्यालय, नेहरू भवन में आयोजित किया गया, जिसमें अति पिछड़े समाज से सम्बन्धित विभिन्न वर्गों से प्रतिनिधियों ने भाग लिया।
सम्मेलन की अध्यक्षता करते हुए कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने कहा कि उप्र में सभी पार्टियों ने प्रजापति समाज के लोगों को उनके हक से वंचित रखा है। उनका वोट लेकर सपा बसपा और भाजपा ने सरकार तो जरूर बनाया लेकिन उनको सरकार में भागीदारी और उनकी समस्याओं के निदान में कोई भी दिलचस्पी नहीं दिखाई। प्रजापति समाज एक आत्मनिर्भर समाज था, लेकिन पूंजीवाद और सरकारों की उपेक्षा के कारण आज वह अपने लिए रोटी, कपड़ा, मकान, शिक्षा और स्वास्थ्य सम्बंधित समस्याओं के लिए जूझ रहा है। अगर प्रजापति समाज कांग्रेस पार्टी के साथ खड़ा हो जाए तो कांग्रेस वादा करती है कि प्रजापति समाज को संगठन, टिकट और उनके सामाजिक पुनरुत्थान के लिए हर स्तर पर काम करेगी।
उन्होंने कहा कि उप्र में जब सपा की सरकार थी तो गायत्री प्रजापति के माध्यम से सपा में खनन के ठेकों में अपने लोगों को खूब लाभ कमाया लेकिन प्रजापति समाज का बेटा आज जेल में है। मुलायम सिंह यादव के परिवार का एक भी व्यक्ति उनसे मिलने नहीं गया और न ही प्रजापति की रिहाई के लिए कोई आंदोलन किया। मध्य प्रदेश सरकार के पूर्व मंत्री वंशमणि प्रसाद वर्मा ने कहा कि हमारा समाज इसलिए कमजोर नहीं है कि वह पिछड़ा है, बल्कि इसलिए कमजोर है कि वह बिखरा है। आज हमें जरूरत है कि एकजुट होकर इस देश में तानाशाही गरीबों की हक मारी और और शोषण के खिलाफ एकजुट होकर कांग्रेस के साथ मिलकर लड़ाई लड़ने की जरूरत है।
राजस्थान के वरिष्ठ नेता डूंगर गेदर ने कहा कि प्रदेश में पिछड़ों और अति पिछड़ों की आबादी सर्वाधिक होने के बावजूद सपा, बसपा और भाजपा ने इनको राजनीतिक महत्व नहीं दिया जिसकी वजह से इस समाज की आवाज दब जाती है। इनके रोजगार के संसाधनों में आयी कमी एवं बढ़ते पूंजीवाद की वजह से यह समाज आज गरीबी और बेबसी का शिकार हुआ है।
पिछड़ा वर्ग विभाग के कार्यकारी अध्यक्ष मनोज यादव ने कहा कि प्रजापति समाज सभ्यता के शुरुआती चाक पर मिट्टी के बर्तन खिलौने और लोगों के घरों को बनाने के लिए मिट्टी के औजारों को बनाता रहा है। आज यह समाज अपने परम्परागत व्यवसाय का मशीनीकरण हो जाने की वजह से तथा सरकारों द्वारा उपेक्षा का शिकार होकर अपनी आजीविका के लिए संकट के दौर से गुजर रहा है। सम्मेलन के संयोजक उप्र कांग्रेस पिछड़ा वर्ग विभाग के उपाध्यक्ष राम गणेश प्रजापति एवं आयोजक विभाग के प्रदेश उपाध्यक्ष राकेश प्रजापति थे।