विश्व स्वास्थ्य संगठन (World Health Organization, WHO) ने मंगलवार को कहा कि भारत में इसने कोविड-19 रेस्पांस को मजबूत बनाने के क्रम में कई कार्यक्रमों की शुरुआत की है। इसके तहत 2600 हेल्थ एक्सपर्ट को तैनात किया गया जो विभिन्न कार्यक्रमों के तहत हर रोज देश में आने वाले संक्रमण के नए मामले और नई मौतों को रोक सके।
WHO ने मंगलवार को देश में कोरोना संक्रमण के बेकाबू होने के लिए लोगों के अस्पताल भागने की अनावश्यक कोशिशों को जिम्मेदार ठहराया है। संगठन ने कहा कि भारत में कोरोना वायरस की दूसरी लहर के लिए भीड़ भरी सभाएं, ज्यादा संक्रामक कोरोना वैरिएंट्स और कम रफ्तार के साथ कोरोना वैक्सीनेशन जिम्मेदार हैं। हालांकि लोगों के अस्पताल भागने की जल्दबाजी और भीड़ भरी सभाओं ने इसे बेकाबू कर दिया।
CNN को भेजे गए एक इमेल में WHO के प्रवक्ता तारिक जासरेविक (Tarik Jasarevic) का कहना है कि अस्पतालों में भीड़ की परेशानी इसलिए भी है क्योंकि जिन्हें जरूरत नहीं है वो भी वहां हैं। स्वास्थ्य निकाय का कहना है कि लोग इसलिए अस्पताल में हैं क्योंकि उनमें जानकारी का अभाव है। जो घर में रहकर स्वस्थ हो सकते हैं वो भी अस्पताल पहुंच रहे हैं। WHO के प्रवक्ता ने आगे कहा कि संक्रमण के चपेट में आए 15 फीसद से भी कम लोगों को अस्पताल की वास्तव में आवश्यकता होती है और काफी कम लोगों को ही ऑक्सीजन की दरकार होगी।