ब्रिटेन के प्रिंस विलियम और उनके भाई प्रिंस हैरी अपने बाबा प्रिंस फिलिप के अंतिम संस्कार के मौके पर मौजूद होकर भी साथ नहीं होंगे। शनिवार (आज) को होने वाले कार्यक्रम में दोनों मौजूद रहेंगे लेकिन अलग-अलग स्थानों पर। वे साथ नहीं बल्कि आगे और पीछे चलेंगे। अंतिम संस्कार के कार्यक्रम से जुड़ी यह जानकारी शाही महल बकिंघम पैलेस ने दी है। उल्लेखनीय है कि प्रिंस हैरी पिछले वर्ष अपना शाही दर्जा त्याग चुके हैं। महारानी एलिजाबेथ द्वितीय के पति प्रिंस फिलिप का 99 वर्ष की आयु में नौ अप्रैल को निधन हो गया था।
शनिवार को होने वाले उनके परंपरागत अंतिम संस्कार में स्पेशल डिजायन की गई लैंड रोवर पर रखे ताबूत में प्रिंस फिलिप का पार्थिव शरीर होगा। अंतिम यात्रा में महारानी एलिजाबेथ और प्रिंस फिलिप के सबसे बड़े बेटे प्रिंस चार्ल्स के बड़े बेटे प्रिंस विलियम पार्थिव शरीर के नजदीक चलेंगे। प्रिंस विलियम के साथ शाही दंपती की बेटी प्रिंसेस एनी का बेटा पीटर फिलिप्स होगा। जबकि प्रिंस हैरी दोनों के पीछे चलेंगे।
बकिंघम पैलेस के अनुसार, सेंट जॉर्जेस चैपल में होने वाले अंतिम संस्कार कार्यक्रम में महारानी एलिजाबेथ के अलावा शाही दंपती की सभी चार संतानें- प्रिंस चार्ल्स, प्रिंसेस एनी, प्रिंस एंड्रयू और प्रिंस एडवर्ड भी मौजूद रहेंगे। ये सभी मास्क लगाए होंगे और अपने सभी मैडल के साथ ड्रेस या मॉर्निग कोट पहने होंगे। शाही परिवार के कुल 30 सदस्य कार्यक्रम में मौजूद होंगे। इस दौरान ड्यूक ऑफ एडिनबर्ग प्रिंस फिलिप की पसंद का गीत भी गाया जाएगा। कार्यक्रम कोविड-19 महामारी के चलते लागू पाबंदियों के साथ होगा। इसमें सीमित संख्या में लोग भाग लेंगे। इसके चलते ब्रिटिश साम्राज्य के कई गणमान्य लोग भी प्रिंस फिलिप के अंतिम संस्कार में भाग नहीं ले पाएंगे। कार्यक्रम करीब 50 मिनट का होगा और उसे डीन ऑफ विंडसर संचालित करेंगे।
खुद की डिजायन लैंड रोवर में रखा जाएगा प्रिंस फिलिप का पार्थिव शरीर
जिस खास लैंड रोवर कार पर प्रिंस फिलिप का पार्थिव शरीर रखकर अंतिम संस्कार के लिए ले जाया जाएगा, उसे खुद प्रिंस ने ही डिजायन किया था। लैंड रोवर डिफेंडर टीडी5 130 कार के चेसिस को प्रिंस फिलिप ने 16 वर्षो में खासतौर पर डिजायन किया था। छत रहित इस वाहन को मिलिटरी ग्रीन कलर दिया था, जो प्रिंस फिलिप को बहुत पसंद था। माना जाता है कि अपनी सैन्य पृष्ठभूमि के चलते प्रिंस फिलिप इस रंग को पसंद करते थे। प्रिंस फिलिप ने एक नौसैनिक अधिकारी के रूप में दूसरा विश्वयुद्ध लड़ा था।