राजधानी दिल्ली और उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में कुट्टू का आटा खाने से कई लोग बीमार हो गए, जिन्हें स्थानीय अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। दिल्ली के जागरण संवाददाता से मिली जानकारी के मुताबिक, पूर्वी दिल्ली स्थित खिचड़ीपुर, त्रिलोकपुरी व कल्याणपुरी इलाके में लोग कुट्टू का आटा खाकर बीमार हो गए। अधिकतर लोगों ने पेट में दर्द की शिकायत की है। मंगलवार रात से ही ऐसे मरीज लाल बहादुर शास्त्री अस्पताल पहुंच रहे हैं, जो कुट्टू के आटे से बना खाना खाने से बीमार हैं। वहीं, स्वास्थ्य विभाग व प्रशासन की टीमें पता लगाने की कोशिश कर रही है ऐसा कैसे हुआ?
पूर्वी दिल्ली स्थित लाल बहादुर शास्त्री अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. हरीश मनसुखानी के मुताबिक, मंगलवार रात से अब तक 490 मरीज आ चुके हैं जिन्हें कुट्टू का आटे की वजह से उल्टी और दस्त की शिकायत शुरू हुई। इनमें दो मरीजों को ग्लूकोज़ चढ़ाया गया। बाकी को दवा देकर घर भेज दिया गया। अब तक किसी को भर्ती करने की जरूरत नहीं पड़ी है।
उधर, ग़ाज़ियाबाद के मोदीनगर के सीकरी खुर्द व उसके आसपास की कॉलोनियों में रहने वाले कई लोगों की कुट्टू खाने से तबीयत बिगड़ गई। बताया जा रहा है कि फाटक के पास स्थित दुकान से सभी ने कुट्टू का आटा खरीदा था। तबीयत बिगड़ने के बाद 5 लोगों को अलग अलग अस्पताल में भर्ती कराया गया है। आरोप है कि दुकानदार रिंकू ने 1 साल पुराना कुट्टू का आटा उनको बेच दिया था। हालांकि, इसकी पुष्टि नहीं हो पाई है।
यहां पर हम आपको बता रहे हैं कि व्रत के लिए कुट्टू का आटा खरीदने जा रहे हैं, तो सावधानी और सतर्कता बरतें। जल्दबाजी में कहीं दुकानदार आपको खराब और पुराना आटा न दे दे, जिसे खाने से आप और आपका परिवार बीमार हो जाए। बताया जा रहा है कि त्योहार के दौरान मांग ज्यादा होने से दुकानदार ज्यादा पुराना और मिलावटी आटा बेच देते हैं। इसका आटा महंगा होने के कारण इसमें सिघाडे की गिरी को पीसकर भी मिला दिया जाता है। विशेषज्ञों की मानें तो ज्यादा पुराना और मिलावटी आटा जहरीला हो जाता है, जो आपको बीमार बना सकता है। दरअसल, कूट्टू का आटा कूट्टू पौधे के बीजों से बनाता है। आटा एक माह से ज्यादा पुराना होने पर खराब हो जाता है। इसका आटा खरीदने से पहले कुछ चीजों की जांच करने से आप परेशानी से बच सकते हैं।
ऐसे जांचे कुट्टू का आटा
- आटे में काले दाने जैसा कुछ है तो नहीं।
- आटे में खुरदरापन तो नहीं है।
- पैकेट सील बंद है।
- पैकेट पर प्रयोग की तिथि की जांच जरूर करें।
- आटे में सुरसुरी तो नहीं है।