फांस में एक बार फिर कोराना वायरस के बढ़ते मामले चिंता बढ़ा रहे हैं। फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने बुधवार को घोषणा की कोविद -19 की तीसरी लहर को पूरे देश में बढ़ने से रोकने के लिए सख्त कदम उठाए जा रहे हैं। स्कूलों को बंद कर दिया जा रहा है। राष्ट्रपति मैक्रों ने कहा कि स्कूलों को कम से कम तीन सप्ताह के लिए बंद किया जाए। मैक्रों ने राष्ट्र को दिए गए एक भाषण में कहा, ‘कोरोना के मद्देनजर इन उपायों को शनिवार शाम से शुरू किया जाएगा और चार सप्ताह तक चलाया जाएगा।’ यानी उनका कहने का मतलब था कि देश में कुल चार हफ्तों के लिए लॉकडाउन लगाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि हम तीन सप्ताह के लिए नर्सरी, प्राथमिक और मध्य विद्यालयों को बंद करेंगे।
इमैनुएल मैक्रों ने कहा कि ‘अगर अभी हमने अभी ठोस कदम नहीं उठाया तो हम कोरोना पर नियंत्रण खो देंगे।’ टेलीविजन पर प्रसारित एक संदेश में उन्होंने कहा कि लॉकडाउन के दौरान केवल जरूरी सामान की दुकानों को खुलने की इजाजत होगी और लोगों को दफ्तरों की बजाय घर से काम करना होगा। साथ ही उन्होंने कहा कि इस दौरान सार्वजनिक सभाओं पर पूरी तरह रोक होगी। बिना उचित कारण के अपने घरों से 10 किलोमीटर से अधिक दूर जाने पर भी रोक होगी।
उन्होंने जानकारी दी कि गहन देखभाल में 44 फीसद (कोरोनावायरस) रोगी 65 वर्ष से कम आयु के हैं। राष्ट्रपति ने आगे बताया कि अप्रैल के मध्य से फ्रांस में 60 साल से ऊपर के लोगों को टीका लगाया जा सकेगा, 15 मई से टीकाकरण 50 से 60 वर्ष की आयु के लोगों के लिए खुल जाएगा और मध्य जून से उम्र सीमा को हटा दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि 18 वर्ष से अधिक आयु के सभी फ्रांसीसी जिन्हें टीका लगाया जाना है, इस गर्मी के अंत तक लगा दिया जाएगा।