करोलबाग का अजमल खां रोड फिर से मोटर वाहन मुक्त (एनएमवी) हो गया है। उत्तरी दिल्ली नगर निगम ने तत्काल प्रभाव से एक लेन में वाहनों के परिचालन की अनुमति को वापस ले लिया है। यह आदेश पिछले वर्ष जुलाई में यहां के व्यापारियों के आग्रह पर दिया गया था।
व्यापारियों ने नगर निगम से अनुरोध किया था कि कोरोना के चलते बाजार में लोग पैदल आने से कतरा रहे हैं। इसलिए वाहनों को चलने की मंजूरी दी जाए। अप्रैल 2019 में एक महत्वाकांक्षी परियोजना के तहत इस मार्ग को नगर निगम ने एनएमवी सड़क घोषित किया था। इसके तहत शुरुआत में पहले एक किलोमीटर तथा बाद में 600 मीटर लंबी सड़क को वाहन मुक्त घोषित किया गया था। इस तरह पूसा रोड से देशबंधु गुप्ता रोड के बीच 1.6 किलोमीटर मीटर लंबे अजमल खां रोड को वाहन मुक्त कर दिया गया था।
यातायात को रोकने के लिए सड़क में जगह-जगह बोलार्ड लगाए गए तथा वालंटियर्स की तैनाती की गई थी। यहां के दुकानदारों ने भी ग्राहकों की सुविधा के लिए पार्किंग स्थल से बाजार आने-जाने के लिए गोल्फ कार्ट तक चलाए थे। यह प्रयोग परवान चढ़ता ही कि बढ़ते कोरोना के मामलों के चलते लाकडाउन लग गया।
30 मार्च को नगर निगम के करोलबाग जोन के उपायुक्त हिमांशु गुप्ता की ओर से जारी आदेश के मुताबिक कोविड-19 के तहत अजमल खां रोड पर सार्वजनिक वाहनों की अनुपलब्धता को देखते हुए पिछले वर्ष आठ जुलाई को जारी आदेश को वापस लिया जाता है, उस आदेश में सड़क के एक ओर यातायात परिचालन की अनुमति दी गई थी।
उस आदेश के वापस ले लेने के बाद से तत्काल प्रभाव से इस मार्ग पर यातायात परिचालन पर प्रतिबंध लग गया है। पहले दिन बुधवार को बड़ी संख्या में गार्ड तैनात किए गए थे, जो इस सड़क पर वाहनों को प्रवेश से रोक रहे थे।
दुकानदारों ने जताया एतराज, कहा बिना तैयारी व जानकारी के लगाया गया प्रतिबंध
नगर निगम के इस आदेश से यहां के दुकानदारों में काफी नाराजगी है। अजमल खां ट्रेडर्स एसोसिएशन के महासचिव संजीव कपूर ने दावा किया कि आदेश के बाद पहले ही दिन यहां के कारोबार पर नकारात्मक असर पड़ा है। अन्य दिनों के मुकाबले आधे लोग ही खरीदारी करने बाजार आए तो कारोबार भी आधा हो गया है।
उन्होंने बताया कि इसको लेकर जल्द ट्रेडर्स एसोसिएशन उपराज्यपाल व स्थानीय सांसद से हस्तक्षेप की मांग को लेकर मिलेगा, क्योंकि बिना किसी तैयारी तथा दुकानदारों को विश्वास में लिए यह प्रतिबंध लगाया गया है। उन्होंने कहा कि यहां आने वाले वाहनों के लिए पार्किंग के इंतजाम नहीं किए गए हैं। इसी तरह लोगों की जानकारी के लिए सूचना पट्टिका तक नहीं लगाई गई है। जाम से निजात दिलाने के भी कोई इंतजाम नहीं किए गए हैं, वहीं दिल्ली में जब कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं तो ऐसे में यह फैसला अनुचित है।