नव वर्ष बड़ी राहत लेकर आया। वायरस को हराने के लिए जल्द ही वैक्सीनेशन शुरू होगा। देश में प्रतिबंधित इमरजेंसी में इस्तेमाल के लिए ’कोविडशील्ड’ को मंजूरी दे दी गई है। वहीं वैक्सीनेशन अभियान शुरू करने से पहले स्वास्थ्य विभाग ने पूर्वाभ्यास शुरू कर दिया गया है। शनिवार को राजधानी के छह अस्पतालों में स्टाफ ने वैक्सीनेशन की बारीकियां समझीं। इस दौरान करीब 175 हेल्थ वर्कर को सुबह वैक्सीन का मैसेज भेजकर ट्रायल किया गया।
डिस्ट्रिक्ट इम्युनाइजेशन ऑफीसर डॉ. एमके सिंह के मुताबिक राजधानी के पांच सरकारी और एक निजी अस्पताल में पूर्वाभ्यास शुरू हो गया है। इसमें सरकारी अस्पताल केजीएमयू, पीजीआइ, लोहिया संस्थान, माल व मलिहाबाद सीएचसी शामिल हैं। वहीं, सहारा अस्पताल निजी क्षेत्र का है। इन सभी अस्पतालों में सुबह दस बजे से शुरू पूर्वाभ्यास दो घंटे तक चलेगा। केजीएमयू के कलाम सेंटर, पीजीआइ के ओल्ड ओपीडी आरटीएच में, लोहिया संस्थान के एकेडमिक ब्लॉक में वैक्सीनेशन का पूर्वाभ्यास किया जा रहा है। इस दौरान डॉ. एमके सिंह समेत कई स्वास्थ्य अफसरों ने अस्पताल पहुंचकर स्टाफ द्वारा किए जा रहे पूर्वाभ्यास कर निरीक्षण किया।
ऑब्जर्वेशन रूम में मुस्तैद रही हेल्थ टीम
हर वैक्सीनेशन सेंटर में तीन कमरे बनाए गए। इस दौरान मैसेज प्राप्त लाभार्थी पहले वेटिंग रूम में पहुंचे। यहां पर लाभार्थी ने अपनी बारी का इंतजार किया। साथ ही मैसेज दिखाकर पोर्टल पर दर्ज ब्योरे का मिलान कराया। इसके बाद लाभार्थी दूसरे कमरे में पहुंचा। यहां स्टाफ ने टीका लगाने की आभासी प्रक्रिया पूरी की। साथ ही प्रयोग की गई सिरिंज, वैक्सीन को सही तरीके से डिस्पोज करने का मॉकड्रिल किया। तीसरा कमरा ऑब्जर्वेशन रूम रहा। यहां लाभार्थी को आधे घंटे निगरानी के लिए रोका गया। इस दौरान किसी भी दिक्कत होने पर हेल्थ टीम को ‘एनाफाइलेक्सिस’ किट के इस्तेमाल की जानकारी दी गई। वहीं, वैक्सीनेशन को हरी झंडी मिलने पर जिले में सोमवार और शुक्रवार को दो दिन वैक्सीन लगेगी। अभी यह प्रक्रिया सिर्फ तैयारी को परखना है।
वहीं प्रदेश के बाकी 74 जिलों में पूर्वाभ्यास पांच जनवरी से शुरू होगा। स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि कोरोना की वैक्सीन का जहां पर भंडारण किया जाएगा, वहां सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे। पूर्वाभ्यास की रियल टाइम मानीटरिंंग होगी। कहीं पर यदि कोई दिक्कत सामने आती है तो उसे दूर करने की रणनीति बनेगी।
ऑब्जर्वेशन रूम में ये है तैयारी
हर वैक्सीनेशन सेंटर में तीन कमरे होंगे। इनमें से पहला वेटिंग रूम होगा। यहां लोग टीका लगवाने के लिए अपनी बारी का इंतजार करेंगे। दूसरे कमरे में टीका लगाया जाएगा। तीसरा कमरा ऑब्जर्वेशन रूम होगा। यहां लाभार्थी को आधे घंटे निगरानी के लिए रोका जाएगा। एनाफाइलेक्सिस किट इसी रूम में मौजूद रहेगी। किसी भी दिक्कत पर उसका प्रयोग किया जाएगा। इस दौरान ऑब्जर्वेशन रूम को दुरुस्त रखने के निर्देश दिए गए हैं।
इन बिंंदुओं पर पूर्वाभ्यास
डॉ. एमके सिंह के मुताबिक पूर्वाभ्यास में 175 लाभार्थियों को वैक्सीन लगाने का मैसेज भेजा जाएगा। इसके बाद वह तय अस्पताल में पहुंचेंगे। उनके ब्योरे का कर्मचारी मिलान करेंगे। इसके बाद वैक्सीनेशन रूम में लाभार्थी को भेजा जाएगा। यहां वैक्सीन लगाने के लिए कर्मचारी प्रैक्टिस करेंगे। इसके बाद सिङ्क्षरज व अन्य उपकरणों को डिस्पोज करेंगे। ऑब्जर्वेशन रूम में बैठाकर लाभार्थी की निगरानी की जाएगी। इस प्रक्रिया में न्यूनतम 40 से 50 मिनट लगेंगे। उसी सेंटर के डॉक्टर व कर्मियों को मैसेज वैक्सीन के लिए जाएगा। कुल 175 लोगों को मैसेज जाएंगे। केजीएमयू में दो सत्र लगेंगे। इसलिए यहां दो टीमें भी रहेंगी। प्रत्येक टीम में छह सदस्य होंगे। शेष सेंटर पर एक-एक टीम होगी। वहीं, वैक्सीनेशन को हरी झंडी मिलने पर जिले में सोमवार और शुक्रवार को दो दिन वैक्सीन लगेगी। अभी यह प्रक्रिया सिर्फ तैयारी को परखने के लिए है। इस दौरान कोई भी वैक्सीन नहीं लगेगी।