पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के करीबी जनरल असीम सलीम बाजवा (Retired general Asim Saleem Bajwa) ने करप्शन के गंभीर आरोपों के बाद गुरूवार को पीएम के सलाहकार पद से इस्तीफा दे दिया है. पाकिस्तानी सेना और चीन-पाकिस्तान इकनॉमिक कॉरिडोर (CPEC) के अध्यक्ष पद पर रहते हुए जनरल बाजवा पर अरबों रुपये की संपत्ति बनाने के गंभीर आरोप लगे हैं.
हालांकि बाजवा ने अभी करीब 60 अरब डॉलर के CPEC परियोजना के चेयरमैन पद से इस्तीफा नहीं दिया है. एक रिपोर्ट के मुताबिक जनरल बाजवा पर चार देशों में 99 कंपनियां और 133 पापा जॉन पिज्जा के रेस्टोरेंट बनाने के आरोप लगे हैं. सिर्फ बाजवा ही नहीं उनका पूरा परिवार भी इस घोटाले में शामिल बताया जा रहा है.
भ्रष्टाचार का खुलासा करने वाले पाकिस्तानी पत्रकार को भी बाजवा के समर्थकों ने धमकाने की कोशिश की थी. लेकिन गुरूवार पाकिस्तानी सेना के प्रवक्ता रह चुके असीम बाजवा ने एक टीवी चैनल से बातचीत में कहा कि वह आज प्रधानमंत्री इमरान खान को अपना इस्तीफा सौंप देंगे. इससे पहले बाजवा ने एक बयान जारी करके अपने खिलाफ लगे आरोपों को खारिज किया था.
बाजवा ने कहा, मैं आशा करता हूं कि प्रधानमंत्री मुझे अपना पूरा फोकस सीपीईसी पर करने की अनुमति देंगे. पाकिस्तानी सेना (Pakistan Army) में भ्रष्टाचार की बात किसी से छुपी नहीं है लेकिन इन्वेस्टिगेटिव वेबसाइट फैक्ट फोकस की एक रिपोर्ट में दावा किया गया है कि बाजवा ने सेना में रहने के दौरान जमकर भ्रष्टाचार किया.
बाजवा और उनेक परिवार के पास फिलहाल 133 रेस्टोरेंट, 99 कंपनियां और चार से भी ज्यादा देशों में फैला एक बड़ा कारोबार है. कर्जे में दबे पाकिस्तान की आर्मी में जनरल असीम बाजवा का कारोबार पाकिस्तान, अमेरिका, यूएई और कनाडा में फैला है.
बाजवा का कारोबार अरबों में फैला है और रिपोर्ट में दावा किया गया है कि उनके जनरल रहते हुए परिवार के बिजनेस को विकसित करने के लिए करीब 382 करोड़ रुपए खर्च किये गए थे. बता दें कि बाजवा पाकिस्तानी सेना के प्रवक्ता थे और रिपोर्ट के मुताबिक बाजवा के भ्रष्टाचार में उनका परिवार भी शामिल था. बाजवा रिटायर होने के बाद उनकी चीन से करीबी देखते हुए उन्हें चीन-पाकिस्तान इकोनॉमिक कॉरिडोर (सीपीईसी) का चेयरमैन बना दिया गया, जहां उन्होंने और भ्रष्टाचार को अंजाम दिया. असीम बाजवा 6 भाई और तीन बहनें हैं.