राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में कोरोना की जांच 20 हजार से बढ़ाकर 40 हजार करने के लिए दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य विभाग ने पूरी तैयारी कर ली है। इसके तहत दिल्ली में 300 जगहों पर जांच की व्यवस्था की गई है। उन जांच केंद्रों पर जाकर जांच कराई जा सकती है। दिल्ली सरकार का कहना है कि मौजूदा समय में पर्याप्त संख्या में जांच किट उपलब्ध है। किट की कोई कमी नहीं है। भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आइसीएमआर) ने आरटीपीसीआर व एंटीजन जांच के लिए दिशा निर्देश बनाए हैं। उसी के आधार पर जांच की संख्या बढ़ाई जाएगी। लक्षण वाले मरीजों की आरटीपीसीआर व बगैर लक्षण वाले मरीजों की एंटीजन जांच की जाएगी। मौजूदा समय में दिल्ली में 60 लैबों में आरटीपीसीआर जांच की सुविधा है। इनमें से 22 सरकारी संस्थानों की लैब शामिल हैं।
जांच का समय बढ़ाकर पांच घंटे निर्धारित
स्वास्थ्य विभाग ने जांच के लिए समय भी बढ़ा दी है। पहले जांच के लिए सुबह नौ बजे से दोपहर 12 बजे तक तीन घंटे का समय निर्धारित था। इसे बढ़ाकर पांच घंटे कर दिया गया है। अब सुबह नौ बजे से दोपहर दो बजे तक जांच हो सकेगी। इस दौरान नजदीकी डिस्पेंसरियों, अस्पताल व जांच केंद्रों में जाकर लोग अपनी जांच करा सकेंगे।
पत्र लिखने वाले दोनों अधिकारी अवकाश पर
दिल्ली सरकार द्वारा जांच बढ़ाने के निर्देश के बाद प्रधान स्वास्थ्य सचिव विक्रम देव दत्त ने 26 अगस्त को ही केंद्रीय गृह मंत्रालय को पत्र लिखा। जिसमें कहा गया है कि चूंकि कोरोना से निपटने व जांच की रणनीति केंद्र द्वारा गठित कमेटी ने तैयार की थी। इसलिए जांच बढ़ाने की रणनीति, आरटीपीसीआर व एंटीजन जांच के अनुपात व किन इलाकों में जांच अधिक हो इस पर केंद्रीय कमेटी से निर्देश लिए जाएं। सूत्रों के अनुसार इस पत्र पर एक अन्य उच्च अधिकारी की भी नोटिंग है। इस पत्र पर हस्ताक्षर करने वाले दोनों अधिकारी फिलहाल अवकाश पर हैं।