दिल्ली भारतीय जनता पार्टी ने शुक्रवार को राज्य के सभी 14 जिलों के जिलाध्यक्षों के नामों की घोषणा कर दी है। वहीं, इससे पहले दिल्ली भाजपा ने लंबे इंतजार के बाद 250 मंडल अध्यक्षों की पहली सूची जारी कर दी थी। शेष 30 मंडलों के अध्यक्ष भी जल्द घोषित होने की उम्मीद है। जुलाई के पहले सप्ताह में मंडल अध्यक्षों के लिए रायशुमारी की गई थी, जिसके बाद से सूची का इंतजार किया जा रहा था।
बुधवार दोपहर बाद प्रदेश अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने इसकी घोषणा की थी। खास बात यह है कि पार्टी ने युवाओं के हाथों में मंडलों की कमान सौंपी है। साथ ही महिलाओं, अनुसूचित जाति और अन्य पिछड़ा वर्ग को भी प्रतिनिधित्व दिया गया है। भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री अरुण सिंह और महिला मोर्चा अध्यक्ष विजया रहाटकर की मंडल से लेकर प्रदेश तक की टीम बनाने का कवायद चल रही है।
योग्य नेताओं की खोज के लिए पहली बार प्रत्येक मंडल में रायशुमारी कराई गई। पर्यवेक्षकों ने स्थानीय नेताओं से बात करने के बाद दावेदारों की सूची प्रदेश नेतृत्व को सौंपी थी। लगभग डेढ़ माह तक उस पर मंथन करने के बाद अंतिम सूची बनाई गई है। 30 मंडलों में किसी एक नाम पर सहमति नहीं बन सकी है। बताया जा रहा है कि अगले कुछ दिनों में या फिर जिला अध्यक्षों की घोषणा के बाद शेष नामों पर भी फैसला कर लिया जाएगा।
50 मंडल अध्यक्ष ही कुर्सी बचा पाए पार्टी ने इस बार मंडल अध्यक्षों के लिए 45 वर्ष की आयु सीमा निर्धारित की है और इसका सख्ती से पालन किया गया है। इस वजह से दो सौ नए लोगों को मंडलों की कमान मिली है। मात्र 50 मंडलों में ही अध्यक्ष अपनी कुर्सी बचाने में सफल हुए हैं। मंडल अध्यक्षों का नाम तय करते समय उम्र, क्षेत्र में काम व छवि के साथ ही उनकी शिक्षा को भी ध्यान में रखा गया है। नए अध्यक्षों में लगभग डेढ़ सौ स्नातक हैं। 20 मंडलों की कमान महिलाओं को दी गई है। वहीं, अनुसूचित जाति के 36 और अन्य पिछड़ा वर्ग के 50 नेताओं को मंडल अध्यक्ष बनाया गया है।