नई दिल्ली : चीन के जरिए संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद् (यूएनएससी) में कश्मीर का मुद्दा उठाने की पाकिस्तान की कोशिश को एक बार फिर उस वक्त करारा झटका लगा जब शीर्ष वैश्विक संस्था के अन्य सदस्यों ने कहा कि इस मुद्दे पर बहस के लिए यह उचित स्थान नहीं है। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद् (यूएनएससी) में भारत ने अपनी कूटनीतिक चाल के जरिए पाकिस्तान को मात देने में कामयाबी हासिल की। दरअसल, चीन ने न्यूयॉर्क में बुधवार को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद् (यूएनएससी) की बंद कमरे में हुई बैठक में एक बार फिर कश्मीर मुद्दा उठाने की कोशिश की, लेकिन उसकी यह कोशिश नाकाम हो गई क्योंकि परिषद् के अन्य सभी देशों ने इसका विरोध किया।
फ्रांसीसी कूटनीतिक सूत्रों ने पहले ही बताया था कि फ्रांस ने इस शक्तिशाली संस्था में एक बार फिर कश्मीर मुद्दा उठाने के लिए यूएनएससी के एक सदस्य देश के अनुरोध पर गौर किया है और वह इसका विरोध करने जा रहा है, जैसा कि उसने पहले के एक मौके पर किया था। अफ्रीकी देशों से जुड़े मुद्दे पर चर्चा के लिए सुरक्षा परिषद् की बंद कमरे में बैठक बुलाई गई। चीन ने ‘कोई अन्य कामकाज बिंदु के तहत कश्मीर मुद्दे पर चर्चा का अनुरोध किया। सूत्रों ने बताया कि फ्रांस का रुख नहीं बदला है और यह बहुत स्पष्ट है कि कश्मीर मुद्दे का हल अवश्य ही द्विपक्षीय तरीके से किया जाए। यह बात कई मौकों पर कही गई है और संरा सुरक्षा परिषद् में साझेदारों से इसे दोहराता रहेगा।