नए साल के पहले दिन शहर के 10 हजार से अधिक लोग ने जश्न नहीं बल्कि चीन से आजादी की मांग को लेकर सड़क पर प्रदर्शन किया है. शांतिपूर्ण प्रदर्शन में लोकतंत्र समर्थक अपने परिवारों के साथ आए थे, लेकिन हर बार की तरह पुलिस ने इस बार भी लोगों पर आंसू गैस के कई गोले दागे. जबकि प्रदर्शनकारियों ने भी पेट्रोल बम से पुलिस पर हमला किया.
मीडिया से मिली जानकारी के अनुसार, शहर के वांचाई बार जिले में कुछ प्रदर्शनकारियों ने एचएसबीसी बैंक की एक शाखा की दीवारों पर आजादी से संबंधित चित्र उकेर दिए और कैश मशीन को तोड़ दिया. प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि बैंक ने उस अकाउंट को बंद कर दिया है, जिसमें आजादी की लड़ाई के लिए लोग फंड डालते थे.
लेकिन इस आरोप के बाद बैंक ने इस बात से इनकार किया है. इसके बाद सादी वर्दी में पुलिस ने वहां पहुंच पेपर-स्प्रे और आंसू गैस छोड़ लोगों को तितर-बितर किया. प्रदर्शनकारियों में कई मास्क और काले कपड़े पहने हुए थे. प्रदर्शनकारियों ने हाथों में बड़े-बड़े बैनर लिए हुए थे, इनमें लिखा था, ‘नये साल की बधाई क्यों दें, हांगकांग खुश नहीं है.’ वही, हांगकांग में लोकतंत्र की मांग को लेकर सालभर से चल रहे प्रदर्शन अब भी थमे नहीं हैं. 2019 में इस खबर ने अंतरराष्ट्रीय मीडिया में जगह बनाई. इन्हें कुचलने के लिए चीन ने अपनी सेना भी तैनात कर दी. पिछले 6 महीने से जारी प्रदर्शन के खिलाफ पहली बार पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) के सैनिक सड़कों पर दिखे. विरोध प्रदर्शन की असली वजह थी चीनी प्रत्यर्पण बिल. इसे लेकर आंदोलन ने इस कदर जोर पकड़ा कि जनता सड़कों पर उतर आई.