पाकिस्तान क्रिकेट में पिछले कुछ दिनों से हंगामा मचा हुआ है। पूर्व पाकिस्तानी स्पिनर दानिश कनेरिया ने टीम के खिलाड़ी पर भेदभाव किए जाने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा हिन्दु खिलाड़ी होने की वजह से पाकिस्तानी की टीम में उस वक्त शामिल खिलाड़ी उनके साथ बात नहीं करते थे। यहां तक की खाना भी साथ में नहीं खाना पसंद करते थे।
कनेरिया के साथ भेदभाव किए जाने की बता को पूर्व पाकिस्तानी तेज गेंदबाज दानिश कनेरिया ने उठाया था। इस विवाद के बढ़ने के बाद पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने इस मामले में सफाई दी थी। उनका कहना था यह मामला कनेरिया के साथ उस वक्त टीम में खेलने वाले खिलाड़ियों के खिलाफ है। इससे पाकिस्तान क्रिकेट या बोर्ड का कोई भी लेना देना नहीं।
मियांदाद ने कहा, ‘पाकिस्तान ने उसे इतना कुछ दिया और वह 10 साल तक टेस्ट क्रिकेट खेला। अगर धर्म कोई मुद्दा होता तो क्या यह संभव हो पाता? पाकिस्तान क्रिकेट में हमने कभी धर्म को लेकर पक्षपातपूर्ण रवैया नहीं अपनाया।’
मियांदाद ने आगे कहा कि आइसीसी को दूसरी टीम को असुरक्षित भारत का दौरा करने से रोकना चाहिए। मियांदाद ने पीसीबी प्रमुख एहसान मनी के उस बयान का समर्थन किया, जिसमें मनी ने कहा था कि नागरिकता संशोधन कानून को लेकर जारी विरोध प्रदर्शनों के बीच दूसरी टीमों को भारत दौरा करने से बचना चाहिए।
मियांदाद ने कहा कि पाकिस्तान नहीं बल्कि भारत असुरक्षित है। यहां पर्यटक असुरक्षित हैं। पूरी दुनिया देख रही है कि भारत में क्या हो रहा है। मेरा मानना है कि भारत के साथ सभी तरह के खेल संबंध खत्म कर दिए जाने चाहिए।