एनसीसी कैडेट ने किया खास मेहमान किरमानी का इस्तेकबाल
लखनऊ : रविवार सुबह तड़के ठंड के बावजूद शिया पीजी कालेज के मैंदान पर युवा खिलाडिय़ों की चहल कदमी जारी थी। एक तरफ टीमें साफ- सुथरी किट में नजर आ रहे थे। वहीं दूसरी तरफ एनसीसी कैडेट की कतार भी आने वाले मेहमान के इस्तेकबाल में खड़े हुए थे। अधिकतर युवा खिलाडिय़ों के हाथों में मोबाइल नजर आ रहा था। मानों सभी सेल्फी की तैयारी में पहले से ही थे। मौका था शिया पीजी कालेज के शताब्दी समरोह का। समारोह के मेहमान भारतीय क्रिकेट टीम के सैयद मुजतबा हुसैन किरमानी थे। मेहमान के आते ही एनसीसी कैडेट ने उनका स्वागत किया। कालेज के मैंदान में जैसे ही सैयद किरमानी पहुंचे खिलाडिय़ों के अलावा तमाम खेल प्रेमी सेल्फी के लिए दिवाने नजर आने लगे। सेल्फी लेने वालों को हुजूम लगने लगा। हालांकि कालेज के जिम्मेदार लोगों ने सेल्फी लेने वालों को कुछ देर के लिए रोका।
मुख्य अतिथि सैयद किरमानी ने सबे पहले मौलाना मिर्जा मोहम्मद अतहर इंटर कॉलेजिएट क्रिकेट टूर्नामेंट का फीता काटकर और खिलाडिय़ों के परिचय के साथ खेल का शुभारंभ किया। इस अवसर पर उन्होंने कहाकि खेल हमें भाईचारे की भावना सिखाता है। खेल से हमें टीम वर्क में कार्य करने की प्रेरणा मिलती है। क्रिकेट एक ऐसा खेल है, जिसमें प्रतिद्वंदी टीम के अच्छे प्रदर्शन पर भी तारीफ की जाती है। वेटरन क्रिकेटर सैयद किरमानी ने शिया कालेज में शिक्षा और खेल को बढ़ावा देने के किये जा रहे प्रयासों के लिए कालेज प्रबंधन की जमकर तारीफ की। उन्होंने कहा कि शिया कालेज ने अपने 100 साल के सफर में बहुमुखी प्रतिभाओं को निखारने का कार्य किया है। खतीब-ए-अकबर मौलाना मिर्जा मोहम्मद अतहर साहब भी क्रिकेट के बड़ प्रशंसकों में थे।
मजलिसे उलेमा के सिक्रेटरी मौलाना यासूब अब्बास ने कहा कि शिया कालेज ने हमेशा प्रतिभाओं को मौका देने का कार्य किया है। इसके लिए कभी संसाधनों की कमी आड़े नहीं आने दी जायेगी। वहीं सैयद किरमानी ने युवा खिलाडिय़ों के उत्साह को देखते हुए कहा कि मौका नहीं गवांना चाहिए। जिंदगी के हर पल का कोई मकसद हासेना चाहिए। जिंदगी तभी कारगर साबित होगी। इस मौके पर युवा खिलाडिय़ों ने सैयद किरमानी के साथ जम कर सेल्फी ली। कालेज के कई प्रशासनिक अधिकारी और शिक्षक भी सेल्फी लेते नजर आये।