राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रुपाणी निशाना पर पलटवार करते हुए बड़ी चुनौती दे डाली है. गहलोत ने कहा कि अगर गुजरात में शराब नहीं मिलती है तो वह राजनीति छोड़ देंगे और अगर शराब मिल जाए तो रुपाणी को राजनीति छोड़ देनी चाहिए. बता दें पिछले 3 दिनों से शराबबंदी को लेकर गुजरात और राजस्थान के मुख्यमंत्री आपस में भिड़े हुए हैं. दोनों जमकर बयानबाजी कर रहे हैं.
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने जयपुर में सवाई मानसिंह अस्पताल के कार्यक्रम में कहा था कि शराबबंदी से कोई फायदा नहीं होता. गुजरात में शराबबंदी है मगर घर-घर में शराब मिलती है. इसके बाद गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रुपाणी ने जवाब दिया था कि गहलोत ने ऐसा कहकर साढ़े छह करोड़ गुजरातियों का अपमान किया है, उन्हें माफी मांगनी चाहिए.
जोधपुर में अशोक गहलोत विजय रुपाणी की बातों का जवाब दे रहे थे. गहलोत ने पलटवार करते हुए कहा कि रुपाणी सिद्ध कर दें कि गुजरात में शराब आसानी से नहीं मिलती है तो मैं राजनीति छोड़ दूंगा और अगर वहां शराब आसानी से मिल जाने की बात साबित हो जाए तो रुपाणी भी सियासत छोड़ दें. गहलोत ने कहा कि गुजरात में आजादी के बाद से शराब बंदी है मगर किसी से पूछ लीजिए वहां आसानी से शराब मिल जाती है, यह बात गुजरात के लोग जानते हैं, चाहे वह शराब पीते हों या फिर नहीं पीते हों.