शिवपाल यादव भी सदन में मौजूद, अदिति सिंह दे चुकी हैं भाषण
लखनऊ : महात्मा गांधी की जयंती पर यूपी विधानसभा के 36 घंटों तक निरंतर चलने वाले विशेष सत्र में विपक्ष के पूर्ण बहिष्कार के फैसले की हवा निकलती नजर आ रही है। गुरुवार को भी विपक्ष के सदस्य सदन में शामिल होने पहुंचे और अपनी बात रखी। बसपा के विधान परिषद सदस्य बृजेश सिंह प्रिंसू ने अपने भाषण में योगी आदित्यनाथ सरकार की इस पहल की बेहद सराहना की। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जयंती पर, जहां दुनिया भर में उनको याद किया जा रहा है। वहां योगी सरकार का इस तरह उन्हें याद करना बेहद खास है। उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी को सच्ची श्रद्धांजलि देते हुए ऐसे 16 विषयों का चयन किया गया है, जो सीधे तौर पर समाज और विकास से जुड़े हैं। बापू की जयंती पर इस विशेष सत्र का आयोजन और उसमें शामिल होना मेरे लिए गर्व का विषय है। मैं महात्मा गांधी को आदर्श मानता हूं। यह विषय लोगों को राष्ट्रीय धारा से जोड़ने में महत्वपूर्ण साबित होगा। सभी को इसमें शामिल होकर साथ देना चाहिए था, ऐसा नहीं हो सका, जो दुर्भाग्यपूर्ण है।
विशेष सत्र में शिवपाल यादव की मौजूदगी भी चर्चा का विषय बनी हुई है। अखिलेश यादव से मतभेद के बाद शिवपाल यादव ने भले ही प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) का गठन कर लिया और चुनाव भी लड़ चुके हों, लेकिन तकनीकी तौर पर अभी भी वह सदन में सपा के सदस्य हैं। इससे पहले बुधवार को रायबरेली से कांग्रेस विधायक अदिति सिंह ने पार्टी लाइन के विपरीत जाकर सदन में भाषण दिया। उन्होंने सरकार के विकास कार्यों की खुलकर प्रशंसा की। अदिति सिंह ने कहा कि मैं शिक्षित हूं और विकास के साथ खड़ी हूं, विकास करना चाहती हूं। कांग्रेस विधायक ने कहा कि मैं योगी आदित्यनाथ सरकार के गांधी जयंती पर आयोजित इस सत्र का स्वागत करती हूं। सतत विकास के लक्ष्यों को हासिल करने के लिए इस विशेष सत्र का आयोजन स्वागतयोग्य है। लीक से हटकर कार्य करने के लिए कई बार इस प्रकार के कदम उठाने पड़ते हैं। अदिति ने इसके बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के विधानसभा कार्यालय में जाकर उनसे मुलाकात भी की।