रोहित शर्मा गुरुवार से दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ शुरू होने वाले तीन दिवसीय अभ्यास मैच में बोर्ड अध्यक्ष एकादश की अगुआई करेंगे जिसमें वह सलामी बल्लेबाज के तौर पर खुद को साबित करना चाहेंगे। राष्ट्रीय चयन समिति और टीम प्रबंधन ने रोहित के स्ट्रोक्स खेलने की काबिलियत को देखते हुए उन्हें टेस्ट में भी सलामी बल्लेबाज के तौर पर आगे बढ़ाने का फैसला किया है।
दूसरे सलामी बल्लेबाज के तौर पर उनके साथ मयंक अग्रवाल होंगे और दोनों दो अक्टूबर से विशाखापत्तनम में शुरू होने वाले पहले टेस्ट से एक दूसरे के साथ तालमेल बिठाना चाहेंगे।
क्रिकेट के सबसे पुराने प्रारूप में आधुनिक समय के महान खिलाड़ियों में से एक रोहित का 27 टेस्ट मैचों में औसत 39.62 का है जिसमें तीन शतक शामिल हैं। भारत के बेहतरीन वनडे सलामी बल्लेबाजों में से एक रोहित शर्मा के लिए हालांकि सफर काफी मुश्किल भरा होगा क्योंकि अगले छह महीने खेल के इस पारंपरिक प्रारूप में उनके भाग्य का फैसला करेंगे।
तीन दिवसीय मैच में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ गेंदबाजी आक्रमण में कगीसो रबाडा, वर्नोन फिलेंडर और लुंगी एंगिडी शामिल हैं। विशाखापत्तनम में शुरुआती मैच से पहले यह अच्छा ‘ड्रेस रिहर्सल’ होगा। वहीं टी-20 में शानदार प्रदर्शन करने के बाद दक्षिण अफ्रीकी टीम के भी हौंसले बढ़े होंगे