दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी आबादी वाले देश भारत में सड़क पर लगने वाला जाम आम बात है। सड़कें जिस तेजी से बन रही हैं, नई गाड़ियों के सड़क पर उतरने की रफ्तार उससे कहीं ज्यादा है। भीषण जाम में फंसे होने के दौरान आपने भी कई बार सोचा होगा कि काश मेरे पास उड़ने वाली कार होती तो यूं जाम में फंसकर रेंगना न पड़ता। ऐसे में पिछले दिनों गुजरात में जब फ्लाइंग कार (उड़ने वाली कार) का प्लांट लगने की चर्चा चली तो लोगों की रुचि इसमें और बढ़ गई। लेकिन क्या आप जानते हैं कि फिलहाल कहां पर फ्लाइंग कारों का इस्तेमाल हो रहा है और ये कितनी सफल हैं
डच कंपनी PAL-V ने गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी से मुलाकात की थी। कंपनी ने गुजरात में फ्लाइंग कारों का पहला प्लांट लगाने को लेकर चर्चा की थी। PAL-V दुनिया की पहली फ्लाइंग कार पेश करने वाली कंपनी है। दरअसल कंपनी भारत में फ्लाइंग कार का प्लांट लगाकर पूरे एशिया में पांव पसारने की इच्छुक है। मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने भी कंपनी के प्रस्ताव को हाथों-हाथ लिया है। उन्होंने कंपनी अधिकारियों को भरोसा दिलाया कि अगर वह गुजरात में प्लांट लगाते हैं तो उन्हें जमीन से लेकर बिजली, पानी जैसी सभी मूलभूत सुविधाएं और सरकार की तरफ से सभी मदद उपलब्ध कराई जाएगी।