नई दिल्ली : राष्ट्रमंडल खेलों से निशानेबाजी स्पर्धा को हटाए जाने से नाराज भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) ने राष्ट्रमंडल खेल 2022 का बहिष्कार करने का फैसला किया है। इस मामले में ओलंपिक संघ के अध्यक्ष नरिंदर ध्रव बत्रा ने केंद्रीय खेल मंत्री किरण रिजिजू को एक पत्र लिखा है। खेलमंत्री को लिखे पत्र में बत्रा ने कहा कि आईओए ने निर्णय किया है कि राजीव मल्होत्रा और नामदेव सिरगांवकर ने क्षेत्रीय उपाध्यक्ष और खेल समिति के सदस्य के लिए होने वाले चुनाव से अपना नाम वापस लेंगे। उन्होंने कहा कि हम साल 2022 के राष्ट्रमंडल खेलों में अपना विरोध दर्ज करते हुए भाग नहीं लेंगे। ऐसा करने से सीडब्ल्यूजी को ये समझ में आ जाएगा कि भारत 1947 में आजाद हो चुका है और वो ब्रिटिश साम्राज्य का हिस्सा नहीं है। हम दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी और सबसे तेज गति से बढ़ती अर्थव्यवस्था हैं।
बत्रा ने आगे लिखा कि शूटिंग में भारत का प्रदर्शन हमेशा बेहतरीन रहा है। वर्ष 2010 के राष्ट्रमंडल खेलों में भारत पदक तालिका में दूसरे स्थान पर रहा जिसमें इसने शूटिंग में 30 पदक हासिल किये। इसके अलावा वर्ष 2014 में भारत ने शूटिंग में 17 पदक के साथ पदक तालिका में पांचवे स्थान पर रहा वहीं वर्ष 2018 में भारत ने शूटिंग में 16 पदक के साथ पदक तालिक में तीसरा स्थान हासिल किया। ओलंपिक संघ का कहना है कि यदि राष्ट्रमंडल खेलों में शूटिंग प्रतिस्पर्था को हटा दिया जायेगा तो इससे भारत के प्रदर्शन और पदक तालिका में नकारात्मक असर पड़ेगा और सूची में स्थान नहीं बना पायेगा।