आयुष्मान भारत योजना के दायरे में होंगे यूपी के सभी सरकारी अस्पताल और संस्थान

सीएम योगी ने एईएस/जेई के रोकथाम एवं नियंत्रण के लिए उठाए जा रहे कार्यों की समीक्षा की

लखनऊ : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को यहां अपने सरकारी आवास पर आयुष्मान भारत-प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना तथा संचारी रोग नियंत्रण अभियान के तहत ए0ई0एस0/जे0ई0 के रोकथाम एवं नियंत्रण के लिए उठाए जा रहे कदमों की समीक्षा बैठक की। मुख्यमंत्री ने आयुष्मान भारत योजना के तहत उत्तर प्रदेश के सभी सरकारी अस्पतालों और संस्थानों को इस योजना के दायरे में लाया जाए। के0जी0एम0यू0, एस0जी0पी0जी0आई0 तथा डाॅ0 राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान में सिर्फ रिफर्ड पेशेन्ट को ही एडमिट किया जाए। उन्होंने इस योजना के तहत एस0जी0पी0जी0आई0 तथा डाॅ0 राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान में इलाज में आ रही दिक्कतों को फौरन दूर करने के निर्देश दिए। उन्होंने इस योजना के तहत इम्पैनल्ड प्राइवेट हाॅस्पिटल इत्यादि में मरीजों की डायलिसिस न करने की शिकायतों का भी तुरन्त निस्तारण करने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस योजना के तहत इम्पैनल्ड प्राइवेट हाॅस्पिटल मरीजों को इलाज की सुविधा देने में आनाकानी नहीं कर सकते हैं। उन्होंने आयुष्मान भारत योजना के तहत मरीजों के इलाज में आ रही व्यावहारिक दिक्कतों को तत्काल निस्तारित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी द्वारा यह योजना गरीबों, शोषितों, वंचितों को बेहतर इलाज उपलब्ध कराने के उद्देश्य से लागू की गई थी। ऐसे में इसके उद्देश्यों को हमें हर हाल में हासिल करना होगा। उन्होंने इस योजना के बेजा इस्तेमाल पर भी रोक लगाने के निर्देश दिए। उन्होंने इस योजना के तहत इलाज की जिम्मेदारी एक ही टीम को बार-बार न देने के भी निर्देश दिए। उन्होंने इसके तहत मरीजों के इलाज के बाद सम्बन्धित अस्पतालों का भुगतान हर हाल में एक माह के अन्दर सुनिश्चित करने के भी निर्देश दिए।
बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने सभी चिकित्सालयों की सेवाओं को बेहतर बनाने के भी निर्देश दिए। उन्होंने अस्पतालों में आने वाले मरीजों की सहायता के लिए एक जनसम्पर्क अधिकारी नामित करने के भी निर्देश दिए, जो इलाज हासिल करने में उनकी मदद कर सके। उन्होंने अस्पतालों में व्हील चेयर, स्ट्रेचर इत्यादि की पर्याप्त संख्या में व्यवस्था करने के भी निर्देश दिए। उन्होंने डाॅक्टरों द्वारा मरीजों को बाहर की दवा न लिखने के निर्देश दिए। साथ ही, एम्बुलेन्स सेवा के रिस्पाॅन्स टाइम को कम करने के भी निर्देश दिए। बैठक के दौरान प्रदेश के मंत्रिगण सिद्धार्थनाथ सिंह, ओम प्रकाश राजभर, डाॅ0 महेन्द्र सिंह, अनुपमा जैसवाल, भूपेन्द्र सिंह चैधरी, मुख्य सचिव डाॅ0 अनूप चन्द्र पाण्डेय सहित सम्बन्धित विभागों के अपर मुख्य सचिव, प्रमुख सचिव, सचिव तथा अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

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