ताशकंत: भारत की विदेश मंत्री सुषमा स्वराज अपने दो दिवसीय आधिकारिक दौरे पर उज्बेकिस्तान पहुंच चुकी है. वो समरकंद में होने जा रहे प्रथम भारत-मध्य एशिया वार्ता में हिस्सा होंगी. भारत-मध्य एशिया वार्ता में युद्ध से बुरी तरह प्रभावित अफगानिस्तान से संपर्क बढ़ाने समेत विभिन्न क्षेत्रीय मुद्दों पर चर्चा होने की संभावना जताई जा रही है. सुषमा और उज्बेकिस्तान के विदेश मंत्री अब्दुल अजीज कामिलोव समरकंद में आयोजित हो रहे इस कार्यक्रम की सह-अध्यक्षता करेंगे.
विदेश मंत्रालय ने इस बारे में जानकारी देते हुए कहा है कि अफगानिस्तान के विदेश मंत्री भी क्षेत्र में संपर्क से सम्बंधित मुद्दों को समर्पित इस सत्र में विशेष निमंत्रित सदस्य के तौर पर शामिल होंगे. किर्गिस्तान, ताजिकिस्तान एवं तुर्कमेनिस्तान के विदेश मंत्री और कजाखस्तान के विदेश उप-मंत्री भी इस वार्ता समारोह में शिरकरत करेंगे.
सुषमा के उज्बेकिस्तान रवाना होने से कुछ मिनट पूर्व ही विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने ट्वीट करते हुए लिखा था कि, ‘साझा इतिहास एवं संस्कृति बनी रहे. विदेश मंत्री सुषमा स्वराज प्रथम भारत-मध्य एशिया संवाद में शामिल होने की खातिर समरकंद जाने के लिए विमान में सवार हो गई हैं. विदेश मंत्री उज्बेकिस्तान के विदेश मंत्री कामिलोव के साथ संवाद की सह-अध्यक्षता करेंगी. अन्य मध्य एशियाई देशों और अफगानिस्तान के विदेश मंत्री भी इसमें शामिल होंगे.’