यूरोपीय संघ (ईयू) ने हैकरों, जिनके चीन से जुड़े होने का अंदेशा है, द्वारा संवेदनशील हजारों राजनयिक केबल (संवादों) हासिल कर लिये जाने के बाद बुधवार को इसकी तत्काल जांच की घोषणा की. यह किसी बड़े अंतरराष्ट्रीय संगठन को निशाना बनाने के लिए असहजकारी डेटा उल्लंघन का नवीनतम मामला है. इस तरह के एक केबल में चीनी राष्ट्रपति शी चिनपिंग के साथ भेंटवार्ता का ब्योरा है. उसमें शी चिनफिंग अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की व्यापार युक्ति की यह कहते हुए निंदा करते हैं कि अमेरिका ऐसे बर्ताव कर रहा है जैसे वह बिना किसी नियम का फ्रीस्टाइल बॉक्सिंग मैच लड़ रहा है.
न्यूयॉर्क टाइम्स (एनवाईटी) की खबर है कि चीनी सेना जैसी ही तकनीकी अपनाकर इन हैकरों ने ईयू के संवादों तक पहुंच हासिल कर ली. दुनियाभर में स्थित ईयू के राजनयिक मिशनों के इन केबल से अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से निपटने की मुश्किलों और चीन, रूस एवं ईरान के बर्ताव को लेकर चिंता का खुलासा होता है.
एनवाईटी के अनुसार साइबर सुरक्षा कंपनी ‘एरिया वन’ ने इस लीक का पता लगाया है. उसने 2010 में अमेरिका के विदेश विभाग के विशाल केबलों के विकीलीक्स द्वारा किये गये प्रकाशन को याद करते हुए कहा है कि वैसे तो ईयू के इस मामले में कम ही केबल हैं और उसमें कम गोपनीय संवाद हैं.
ईयू अधिकारियों ने बताया कि उन्होंने इस लीक की जांच शुरू कर दी है. यह ऐसे समय में हुआ है जब अगले साल मई में होने वाले अहम संसदीय चुनावों से पहले बदनाम करने से संबंधित ऑनलाइन गतिविधि को लेकर यूरोप में हाई अलर्ट है. सदस्य देशों का प्रतिनिधित्व करने वाली ईयू परिषद ने कहा, ‘‘परिषद संवेदनशील सूचना के संभावित लीक के संबंध में आरोपों से वाकिफ है और वह इस मुद्दे की सक्रियता से जांच कर रही है.’’
यूरोपीय आयोग के उपाध्यक्ष वालदिस डोम्बोवस्किस ने कहा कि ईयू ने उसके सिस्टम को हैक करने की किसी भी रिपोर्ट को “बहुत गंभीरता” से लिया है. हालांकि उन्होंने लीक के ब्योरे पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया.